Indian Stock Market: स्टॉक मार्केट में सफलता की कहानियां रोजाना रचती रहती हैं. भारतीय स्टॉक मार्केट ने लाखों लोगों को फर्श से अर्श पर ले जाने का काम किया है. स्टॉक मार्केट ने कई मल्टीबैगर स्टॉक भी देखे हैं. इन्हीं में से एक के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं. इस कंपनी ने निवेशकों का 10 हजार रुपये मात्र 10 सालों में 6 लाख रुपये बना दिया है. हम बात कर रहे हैं एचएलई ग्लासकोट (HLE Glascoat) के बारे में, जो कि ग्लास लाइन इक्विपमेंट और विभिन्न उद्योगों के लिए फिल्टर्स एवं ड्रायर्स बनाती है. पिछले 10 साल सालों में कंपनी का स्टॉक लगभग 6000 फीसदी उछला है. 


रेवेन्यू बढ़ा मगर निगेटिव रिटर्न दे रही कंपनी 


इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, बीएसई 500 कंपनी (BSE500 Company) एचएलई ग्लासकोट का मार्केट कैप फिलहाल 3000 करोड़ रुपये का हो चुका है. केमिकल प्रोसेस इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में कंपनी का प्रदर्शन 10 साल में बेहतर होता गया है. हालांकि, यह स्टॉक पिछले 6 महीने से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है. इसने 1 महीने में 12 फीसदी, 3 महीने में 17 फीसदी और 6 महीने में 25 फीसदी निगेटिव रिटर्न दिया है. दिसंबर तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 11 फीसदी बढ़कर 239 करोड़ रुपये रहा था. इसके कस्टमर्स एग्रोकेमिकल, स्पेशिलिटी केमिकल्स, डाई एवं पिगमेंट और एपीआई एवं फार्मा इंडस्ट्री वाली कंपनियां हैं. कंपनी की 67 फीसदी हिस्सेदारी प्रमोटर्स के पास है. 


अब निवेशकों को क्या करना चाहिए 


विशेषज्ञों के अनुसार, फिलहाल स्टॉक काफी गिरावट के साथ प्रदर्शन कर रहा है. रेवेन्यू बढ़ने के बावजूद कंपनी के शेयर नीचे जा रहे हैं. यह हर महीने औसत से भी नीचे जाकर प्रदर्शन कर रहा है. एचएलई ग्लासकोट का स्टॉक शुक्रवार को भी 2.11 फीसदी नीचे जाकर 439.85 रुपये पर बंद हुआ था. जीसीएल ब्रोकिंग के रिसर्च एनालिस्ट वैभव कौशिक के मुताबिक, फिलहाल इसमें और गिरावट आने की आशंका है. यदि यह 370 रुपये के आसपास नहीं रुका तो कंपनी का स्टॉक 220 रुपये तक गिर सकता है. इसलिए फिलहाल इस स्टॉक से दूर रहने में ही भलाई है.


डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.


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