Mirae IPO ETF: मिराए एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) ने हाल ही में मिराए एसेट बीएसई सिलेक्ट आईपीओ ईटीएफ और फंड ऑफ फंड (एफओएफ) लॉन्च किया है, जिसके जरिए इंवेस्टर्स को नई लिस्टेड कंपनियों में निवेश का मौका मिलेगा. मिराए एसेट बीएसई सिलेक्ट आईपीओ ईटीएफ के लिए नया फंड ऑफर (एनएफओ) 5 मार्च, 2025 तक खुला है, जबकि मिराए एसेट बीएसई सिलेक्ट आईपीओ ईटीएफ फंड ऑफ फंड के लिए एनएफओ 11 मार्च, 2025 तक खुला रहेगा. 

मिराए एसेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) में ईटीएफ प्रोडक्ट और फंड मैनेजर के हेड सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने CNBCTV-18 को दिए इंटरव्यू में फंड को लेकर समझाया, आईपीओ और स्पिन-ऑफ निवेशकों को ऐसी नई कंपनियों में निवेश के लिए आकर्षित करते हैं, जिनमें ग्रोथ की संभावना सामान्य हो. हालांकि, इनमें निवेश के कई जोखिम भी हैं. बहरहाल, पोर्टफोलियो से न केवल इन जोखिमों को कम करने में मदद मिलती है, बल्कि नई लिस्टिंग में निवेश करने का एक तरीका भी पता चलता है. 

उन्होंने आगे बताया, इस तरह के फंड का मकसद फिनटेक, ऑटो, ई-कॉमर्स, हेल्थकेयर और आज के जमाने के कई बिजनेस में आईपीओ के जरिए निवेश करने के लिए एक सही तरीका प्रदान करना है. उन्होंने आगे कहा, आमतौर पर, नई लिस्टेड कंपनियों का निष्क्रिय और सक्रिय दोनों फंडों में प्रतिनिधित्व कम है. इन कंपनियों की लिस्टिंग के बाद फंड के जरिए इन्हें सही एक्सपोजर मिलता है. 

यह दूसरे म्यूचुअल फंड से कितना अलग?

मिराए एसेट बीएसई सेलेक्ट आईपीओ ईटीएफ और एफओएफ उन आईपीओ और स्पिन-ऑफ को ट्रैक करेगा, जो मार्केट कैपिटल के हिसाब से टॉप-500 कंपनियों में आते हैं. सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने आगे कहा, मार्केट के उतार-चढ़ाव से बचने के लिए नई लिस्टिंग को शामिल करने पर विचार केवल लिस्टिंग के तीन महीने बाद ही किया जाएगा. इसके अलावा, डायवर्सिफिकेशन के लिए 5 परसेंट की स्टॉक कैपिंग लागू की जाएगी और स्टॉक 5 साल तक इंडेक्स में बने रहेंगे. 

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

 

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