Crude Oil Exports: अमेरिका से भारत को कच्चे तेल का निर्यात पिछले महीने दो सालों के हाई लेवल पर पहुंच गया है. रूसी तेल उत्पादकों और टैंकरों पर अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद भारत को वैकल्पिक सप्लायर्स की तलाश थी. Kpler के शिप ट्रैकिंग डेटा से पता चलता है कि दुनिया में तीसरे सबसे बड़े तेल का आयातक और उपभोक्ता भारत को अमेरिका की तरफ से लगभग 357,000 बैरल प्रति दिन (बीपीडी) कच्चे तेल का निर्यात किया गया. जबकि पिछले साल यह लगभग 221,000 बैरल प्रतिदिन था. 

भारत को कच्चे तेल के सप्लायर की तलाश

भारत को कच्चे तेल के निर्यात में आई यह तेजी इस बात का संकेत है कि अक्टूबर से अब तक ईरान और रूस से तेल लाने वाले जहाजों और कंपनियों पर अमेरिका के लगाए गए कई दौर के प्रतिबंधों के बाद इन देशों के साथ कच्चे तेल के व्यापार में भारत को मुश्किलें आ रही हैं. भारत ने पिछले महीने कहा था कि अमेरिका से उर्जा खरीद पिछले साल के 15 बिलियन डॉलर से निकट भविष्य में 25 बिलियन डॉलर तक बढ़ सकती है. शिप ट्रैकिंग फर्म वोर्टेक्सा के सीनियर एनालिस्ट रोहित राठौड़ ने कहा, "रूसी जहाजों पर हाल ही में लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते भारत को कच्चे तेल की कहीं और से सप्लाई की तलाश है."

इनके बीच हुई ज्यादा खरीद-बिक्री

आंकड़ों के मुताबिक, भारत को एक्सपोर्ट किए गए कच्चे तेल का लगभग 80 परसेंट हिस्सा लाइट स्वीट वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट-मिडलैंड क्रूड का था. टॉप बायर्स में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, रिलायंस इंडस्ट्रीज और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन शामिल हैं, जबकि अमेरिका से ऑक्सिडेंटल पेट्रोलियम, इक्विनोर और एक्सॉन मोबिल तथा ट्रेडिंग हाउस गनवोर जैसे ऑयल प्रोड्यूसर्स और कंपनियों से सबसे ज्यादा तेल बेचे गए. 

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