Job Cuts in Meesho: देश की यूनिकॉर्न स्टार्टअप कंपनी मीशो (Meesho) ने एक बार फिर छंटनी का ऐलान किया है. अमेरिका और यूरोप के देशों में छाई मंदी का असर भारतीय मार्केट पर भी पड़ा है. ऐसे में देश की कई दिग्गज और स्टार्टअप कंपनियों ने कई दौर की छंटनी की है. छंटनी करने वाली कंपनियों की लिस्ट में अब मीशो का नाम भी जुड़ गया है. कंपनी ने दूसरे दौर की छंटनी का ऐलान करते हुए अपने कुल वर्कफोर्स को 15 फीसदी तक कम करने का फैसला किया है. 


इतने कर्मचारियों को पड़ेगा असर-


सॉफ्ट बैक समर्थित कंपनी मीशो ने शुक्रवार को कहा कि टेक इंडस्ट्री में हो रहे बड़े बदलाव के बीच कंपनी ने खुद को सस्टेनेबल बनाने के लिए बदलाव किया है. इसके बाद मीशो ने कुल 251 कर्मचारियों की छंटनी का प्लान बनाया है. यह कंपनी में काम करने वाले कुल इंप्लाइज का 15 फीसदी हिस्सा है.


पहले भी की कर्मचारियों की छंटनी


इससे पहले अप्रैल 2022 में भी स्टार्टअप कंपनी ने कुल 150 कर्मचारियों की छंटनी का फैसला किया था. कंपनी ने यह छंटनी अपने ग्रॉसरी बिजनेस फार्मिशो (Farmiso) के रिस्ट्रक्चर करने के बाद किया था. उस समय कंपनी ने कुल 250 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था. दूसरे चरण की छंटनी के बाद मीशो के को-फाउंडर और मुख्य कार्यकारी अधिकारी विदित आत्रे (Vidit Aatrey) ने 5 मई को कर्मचारियों के भेजे गए ईमेल में कहा है कि कंपनी ने वैश्विक स्तर पर हो रहे बड़े बदलाव के कारण यह फैसला किया है. इससे पहले अप्रैल में की गई छंटनी में आत्रे ने कहा था कि कंपनी ने कोरोना लॉकडाउन के दौरान हायरिंग के फैसले में गलती कर दी थी. ऐसे बिजनेस को बचाने के लिए यह जरूरी फैसला लिया है.


छंटनी का शिकार हुए कर्मचारियों को मिलेगी मदद


सीईओ ने यह भी कहा है कि वह छंटनी के शिकार हुए सभी कर्मचारियों को नोटिस पीरियड के अलावा 15 दिन अधिक की सैलरी दी जाएगी. इसके साथ ही सभी कर्मचारियों के परिवार को 31 मार्च 2024 तक हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा मिलेगी. इसके साथ ही छंटनी का शिकार हुए कर्मचारी कंपनी के शेयर होल्डर भी बने रहेंगे.


इन कंपनियों ने भी किया छंटनी का ऐलान


इससे पहले कनाडा की दिग्गज ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म कंपनी Shopify ने भी छंटनी का ऐलान किया है. कंपनी ने कुल 20 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी करने वाली है. इसके अलावा अमेरिकी कंपनी कॉग्निजेंट ने भी गुरुवार को 3,000 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया था. गौरतलब है कि वैश्विक मंदी के कारण कई बड़ी कंपनियों जैसे ट्विटर, मेटा, अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट आदि ने बड़े पैमाने पर छंटनी किया है. इसके साथ ही कई स्टार्टअप कंपनी जैसे बायजूस, शेयरचैट (ShareChat) आदि ने बड़े पैमाने पर इंप्लाइज को बाहर का रास्ता दिखाया है.


ये भी पढ़ें-


India First Undersea Tunnel: देश को जल्द मिलेगी पहली अंडरवाटर सी टनल, जानिए कहां होगी और क्या होंगी खासियतें