LPG Price Hike: तीन पूर्वोत्तर राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद सरकारी तेल कंपनियों ने रसोई गैस सिलेंडर महंगा कर दिया है. ठीक वैसे ही जैसे बीते वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद इन कंपनियों ने पेट्रोल डीजल महंगा कर दिया था. एक मार्च 2023 से सरकारी तेल कंपनियों ने घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दामों में 50 रुपये की बढ़ोतरी कर उसे 1103 रुपये कर दिया है. जबकि कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दामों में 350 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. अब एक कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर रिफिल कराने पर 2119 रुपये चुकाने होंगे. 


महंगा रसोई गैस से बिगड़ेगा बजट!


आम आदमी साग-सब्जी, गेहूं-आटा, दूध से लेकर बाकी चीजों की महंगाई से वैसे ही परेशान था. महंगाई ने लोगों के घर के बजट को बिगाड़ रखा है. अब रसोई में खाना पकाना भी महंगा हो गया है. 2023 में पहली बार घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़े हैं. राजधानी दिल्ली में एक एलपीजी सिलेंडर रिफिल कराने पर 1103 रुपये देने होंगे. अगर किसी परिवार में हर महीने एक सिलेंडर की खपत होती है तो साल में 12 सिलेंडर रिफिल कराने पर 600 रुपये अतिरिक्त खर्च करने होंगे और अगर किसी परिवार में दो सिलेंडर की खपत है तो 1200 रुपये ज्यादा पैसे हर साल खर्च करने होंगे. मार्च 2022 से लेकर एलपीजी सिलेंडर के दामों में इस ताजा बढ़ोतरी के बाद एक साल में कुल 204 रुपये एलपीजी सिलेंडर रिफिल कराना महंगा हो चुका है. 


रेस्टोरेंट में पार्टी करने पर कटेगी जेब 


रेस्टोरेंट या होटल में पार्टी करने पर आपकी जेब कटेगी. तेल कंपनियों ने कमर्शियल रसोई गैस सिलेंडर रिफिलिंग 350 रुपये महंगा कर दिया है. दिल्ली में कमर्शियल रसोई गैस 350 रुपये महंगा होने के बाद 2119 रुपये प्रति सिलेंडर अब देना होगा.  19 किलो के कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत बढ़ने से होटल रेस्टोरेंट में खाना पीना महंगा हो सकता है. क्योंकि होटल रेस्ट्रां में कमर्शियल गैस सिलेंडर का ही इस्तेमाल किया जाता है. 


और बढ़ सकते हैं दाम 


हालांकि पेट्रोलियम सेक्टर के जानकारों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी महंगी हुई है. ऐसे में कमर्शियल गैस सिलेंडर के दामों में 350 रुपये की बढ़ोतरी की गई है जबकि घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम केवल 50 रुपये बढ़े हैं. इसका मतलब ये है कि आने वाले दिनों में घरेलू रसोई गैस के दाम और बढ़ सकते हैं. 


डबल से ज्यादा बढ़ गया रसोई गैस पर खर्च 


मोदी सरकार के करीब 9 साल के राज में घरेलू एलपीजी सिलेंडर के लिए लोगों को दोगुना पैसा खर्च करना पड़ रहा है. एक मार्च 2014 को घरेलू रसोई गैस सिलेंडर 1080 का आता था. लेकिन आम लोगों को साल में 9 एलपीजी सिलेंडर केवल 414 रुपये प्रति सिलेंडर में मिला करता था. बाकी बची रकम सरकार सरकारी तेल कंपनियों को सब्सिडी के तौर पर भुगतान किया करती थी. लेकिन मोदी सरकार ने रसोई गैस को पूरी तरह से डीरेग्युलेट कर दिया और सरकारी तेल कंपनियों को दाम करने के अधिकार दे दिए. शुरुआती वर्षों में सरकार रसोई गैस पर सब्सिडी दे रही थी और डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के तहत लोगों के बैंक खाते में सब्सिडी की रकम आती थी. जिन कंज्यूमर की सालाना आय 10 लाख रुपये से कम है उन्हें ही पहल स्कीम (PAHAL Scheme) के तहत सब्सिडी की रकम देने का प्रावधान है. फिलहाल कुछ राज्यों में सरकार केवल 79 रुपये प्रति सिलेंडर सब्सिडी प्रदान करती है. प्रधानमंत्री उज्जवला स्कीम के लाभार्थियों को सरकार रसोई गैस सिलेंडर पर 200 रुपये की सब्सिडी देती है. इस योजना के तहत लाभार्थियों को साल में 12 सिलेंडर रिफिल कराने पर 200 रुपये प्रति सिलेंडर सब्सिडी दी जाती है. एक करोड़ से ज्यादा ऐसे एलपीजी सिलेंडर उपभोक्ता हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर रसोई गैस पर सब्सिडी छोड़ दी. लेकिन अब महंगे रसोई गैस से उनकी परेशानी बढ़ गई है. 


एक अप्रैल से राजस्थान में 500 रुपये में सिलेंडर 


राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने एक अप्रैल 2023 में 500 रुपये में सिलेंडर देने का एलान किया है. जबकि मौजूदा कीमत जयपुर में 1106 रुपये प्रति सिलेंडर है. यानि आधे से कम दामों पर राज्य सरकार एलपीजी सिलेंडर मुहैया कराएगी. महंगे रसोई गैस के लेकर मोदी सरकार पर विपक्ष चौतरफा हमला बोलता रहा है.  बावजूद इसके सरकारी तेल कंपनियों ने विधानसभा चुनावों के बाद रसोई गैस रिफिल कराना महंगा कर दिया है. जाहिर है इस फैसले के चलते आने वाले दिनों में महंगाई और बढ़ सकती है. 


ये भी पढ़ें


Layoffs: कार बनाने वाली इस दिग्गज कंपनी ने किया छंटनी का ऐलान, 500 लोगों की गई नौकरी, जानें कारण