सरकारी बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Life Insurance Corporation of India) की गिनती शेयर बाजार के बड़े इन्वेस्टर्स में होती है. भारतीय बाजार में तो एलआईसी सबसे बड़ी घरेलू संस्थागत निवेशक है. कंपनी शेयर बाजार से मोटा मुनाफा भी कमाती रही है और अपने शेयरधारकों व बीमाधारकों के लिए वैल्यू बनाती रही है. हालांकि पिछले कुछ दिन एलआईसी के लिए शेयर बाजार में ठीक नहीं रहे हैं.


इस कारण हुआ नुकसान


शेयर बाजार की अन्य कंपनियों की तरह एलआईसी ने अडानी समूह के शेयरों में भी इन्वेस्ट किया हुआ है. इसके चलते एलआईसी को खासा नुकसान हुआ है, क्योंकि अडानी समूह के शेयर पिछले महीने से भारी बिकवाली का शिकार हो रहे हैं. अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने जबसे अडानी समूह को लेकर विवादास्पद रिपोर्ट जारी की है, तब से लगभग हर रोज समूह के सारे शेयर गिर रहे हैं. इसके चलते एलआईसी को सिर्फ बीते 50 दिनों में करीब 50 हजार करोड़ रुपये का घाटा हुआ है.


अडानी के इन शेयरों में निवेश


शेयर बाजार पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, एलआईसी ने अडानी समूह की सात कंपनियों अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises), अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy), अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (Adani Ports and Special Economic Zone), अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas), अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission), अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements) और एसीसी (ACC) के शेयरों में निवेश किया हुआ है.


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इस तरह कम हुई वैल्यू


अडानी समूह के इन सात शेयरों में एलआईसी के इन्वेस्टमेंट की वैल्यू 31 दिसंबर 2022 को 82,970 करोड़ रुपये थी. यह वैल्यू कम होकर 23 फरवरी 2023 को 33,242 करोड़ रुपये रह गई. इस तरह पिछले करीब 50 दिनों में अडानी के शेयरों में एलआईसी के इन्वेस्टमेंट की वैल्यू में 49,728 करोड़ रुपये की गिरावट आई है.


आपको बता दें कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी समूह पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. 24 जनवरी 2023 को सामने आई रिपोर्ट में समूह के ऊपर अकाउंटिंग में धोखाधड़ी और शेयरों के भाव में हेर-फेर करने जैसे आरोप लगे हैं. हालांकि अडानी समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए सारे आरोपों को बेबुनियाद बताया.


अडानी के शेयरों में इतनी गिरावट


बहरहाल, अडानी समूह के शेयरों में लगातार गिरावट का दौर जारी है. इस साल की बात करें तो अब तक अडानी टोटल गैस के शेयरों में सबसे ज्यादा करीब 80 फीसदी की गिरावट आई है. इसके बाद अडानी ग्रीन एनर्जी में करीब 74 फीसदी, अडानी ट्रांसमिशन में 71 फीसदी, अडानी एंटरप्राइजेज में 64 फीसदी, अडानी पावर में 48 फीसदी और एनडीटीवी में करीब 42 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. इनके अलावा अडानी विल्मर, अंबुजा सीमेंट्स, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन और एसीसी के शेयरों में 28 फीसदी से 40 फीसदी तक की गिरावट आई है. कुल मिलाकर इस साल अडानी समूह के एमकैप में अब तक 12 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की गिरावट आई है.