Tech Companies Layoffs in 2023: छंटनी का दौर ऐसा है कि हर दिन किसी न किसी कर्मचारियों को अपने नौकरी से हाथ धोना पड़ रहा है. बड़े स्तर पर कंपनियां लोगों को नौकरी से निकाल रही हैं. एक ​डेटा के मुताबिक, भारत के साथ ही ग्लोबल स्तर पर हर दिन 3000 कर्मचारियों की नौकरी जा रही है. आने वाले समय में यह स्थिति और गंभीर हो सकती है, क्योंकि कुछ प्रमुख टेक कंपनियों ने बड़ी संख्या में एम्पलाईज को निकालने का ऐलान किया है. 


साल 2023 में माइक्रोसॉफ्ट और गूगल इस छंटनी के दौर में शामिल हुए हैं. माइक्रोसॉफ्ट में 10 हजार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया तो वहीं गूगल की पैरेंट कंपनी Alphabet ने 12,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का ऐलान किया है. इसके आलवा, मेटा, ट्विटर और सेलफोर्स जैसी कंपनियां छंटनी की लिस्ट में शामिल हैं. 


166 टेक कंपनियों ने 65,000 को निकाला 


वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंकाओं के बीच छंटनी और तेजी से होने लगी है. जनवरी में 166 टेक कंपनियों ने अब तक 65,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. माइक्रोसॉफ्ट के 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी से पहले अमेजन ने 1000 भारतीय कर्मचारियों समेत ग्लोबली कुल 18000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. 


2022 में 154,336 कर्मचारियों की गई नौकरी 


छंटनी ट्रैकिंग साइट Layoffs.fyi के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में 1,000 से अधिक कंपनियों ने 154,336 कर्मचारियों की छंटनी की. हालांकि 2022 की तुलना में बड़े पैमाने पर छंटनी नए साल के पहले महीने में जारी है. इसमें भारत की स्टार्टअप कंपनियां भी देती से हिस्सा ले रही हैं. इसका एक बड़ा उदाहरण स्टार्टअप कंपनी शेयरचैट ने 20 प्रतिशत या 500 कर्मचारियों की छंटनी की है. 


भारत में इन कंपनियों ने भी की छंटनी 


आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी विप्रो ने हाल ही में अपने 400 से अधिक नए कर्मचारियों की छंटनी की है. इसके अलावा फूड डिलीवरी ऐप स्विगी ने 380  कर्मचारियों की छंटनी की थी. MediBuddy डिजिटल हेल्थकेयर कंपनी ने अपने कुल वर्कस्पेस के 8 फीसदी कर्मचारियों यानी 200 लोगों को निकाला है. साथ ही ओला ने 200 कर्मचारी, Dunzo ने 3 फीसदी और Sophos ने 450 कर्मचारियों की छंटनी की है. 


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