प्राइवेट सेक्टर के प्रमुख बैंकों में से एक कोटक महिंद्रा बैंक लीडरशिप में बदलाव की प्रक्रिया से गुजर रहा है. बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उदय कोटक ने इस्तीफा दे दिया है. उसके बाद अब बैंक को नया एमडी-सीईओ नियुक्त करने की जरूरत पड़ेगी. कोटक बैंक ने इसके लिए दो नामों का सुझाव रिजर्व बैंक को दिया है.


शुरुआत से लीड कर रहे थे कोटक


उदय कोटक साल 1985 से ही संस्थान की अगुवाई कर रहे थे, जब वह पूरी तरह से कमर्शियल बैंक भी नहीं बन पाया था. कोटक बैंक को पूरी तरह से कमर्शियल बैंक का दर्जा 2003 में मिला था. उदय कोटक के इस्तीफे की जानकारी शनिवार को कोटक महिंद्रा बैंक ने शेयर बाजारों को दी. उदय कोटक ने खुद भी इसके बारे सोशल मीडिया पर पोस्ट अपडेट किया.


समय से पहले छोड़ दिया पद


उदय कोटक ने अपना कार्यकाल पूरा किए बिना ही पद छोड़ने का फैसला किया है. बकौल कोटक, बैंक में लीडरशिप का बदलाव सबसे जरूरी हो गया था और उन्होंने एमडी व सीईओ के पद से इस्तीफा देकर बदलाव की प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है. उनका मौजूदा कार्यकाल 31 दिसंबर 2023 तक था, लेकिन अब उनका इस्तीफा 1 सितंबर 2023 से ही प्रभावी हो गया है.


फिलहाल इन्हें मिली जिम्मेदारी


कोटक महिंद्रा बैंक ने फिलहाल ज्वाइंट एमडी दीपक गुप्ता को एमडी व सीईओ की अतिरिक्त जिम्मेदारी है. दीपक गुप्ता अंतरिम तौर पर 31 दिसंबर 2023 तक कोटक महिंद्रा बैंक के एमडी एवं सीईओ का पद संभालेंगे. उदय कोटक फिलहाल बैंक के नॉन-एक्सीक्यूटिव डाइरेक्टर बने हुए हैं. दूसरी ओर बैंक ने नया स्थायी एमडी व सीईओ नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.


रिजर्व बैंक की मंजूरी का इंतजार


सीएनबीसी-टीवी18 की एक रिपोर्ट में उदय कोटक के हवाले से कहा गया है कि एमडी व सीईओ के रोल के लिए रिजर्व बैंक के पास दो नाम भेजे गए हैं. उन्होंने कहा कि सक्सेशन के लिए बैंक ने हर वो काम अपनी तरफ से किया है, जो उसे करना है. इसके लिए रिजर्व बैंक की मंजूरी की जरूरत होगी. उन्होंने कहा कि सक्सेशन से जुड़ी अनिश्चितताओं को दूर करने के लिए ऐसा करना आवश्यक था.


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