नई दिल्लीः क्या आपको लगता है कि पैन कार्ड का आवेदन देने के बाद आपको अपना पैन नंबर मात्र 5 से 6 मिनट में मिल जाएगा? नहीं ना? पर अब ऐसा होने जा रहा है. आपको हफ्तों का इंतजार नहीं करना होगा बल्कि सिर्फ 5-6 मिनट में पैन नंबर जारी हो जाएगा.




  • केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) आयकर दाताओं को बेहतर सुविधा देने के लिए आधार ई-केवाईसी का इस्तेमाल करेगा. जिसके बाद ये कहा जा सकता है कि पैन जारी होने में लगने वाला मौजूदा वक्त 2-3 सप्ताह से घटकर 5-6 मिनट हो जाएगा. ई-केवाईसी के जरिये ही व्यक्ति के एड्रेस और बाकी की जानकारी की पुष्टि की जाती है.

  • सीबीडीटी और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने कई कंपनियों के साथ मिलकर एक समझौता किया है. इस समझौते में एक साझे फॉर्म के जरिए 4 घंटों में पैन जारी किया जा सकता है. साफतौर पर इसका मकसद ये है कि जल्द से जल्द पैन कार्ड जारी किया जा सके. सूत्रों के मुताबिक, डायरेक्टरेट ऑफ सिस्टम की देखरेख में सीबीडीटी में दोनों प्रॉजेक्ट्स पर काम चल रहा है.

  • आधार का इस्तेमाल करते हुए ई-केवाईसी का फॉर्मूला अपनाने से स्मार्टफोन मोबाइल पर इस ऐप के जरिए कोई भी अपनी पहचान को वेरिफाई करा सकता है. साथ ही टैक्स विभाग को भी रियल टाइम में प्रत्येक व्यक्ति के पैन के जरिए उसका पता और जानकारी मिल सकेगी.


एक अंग्रेजी वेबसाइट की खबर के मुताबिक ई-केवायसी से संबंधित व्यक्ति के ऐड्रेस और उसकी व्यक्तिगत जानकारियों की पुष्टि हो जाती है. खबर के अनुसार, अगर ई-केवाईसी के जरिये सिम दे सकते हैं तो पैन भी जारी किया जा सकता है. इस प्रक्रिया में पैन नंबर तो तुरंत उपलब्ध हो जाएगा जिसका इस्तेमाल आप कर सकते हैं, भले ही कार्ड बाद में डिलीवर किया जाए.


इनकम टैक्स रिटर्न के लिए लॉन्च होगी नई ऐप




  • इससे अलावा, आयकर विभाग एक एप विकसित कर रहा है जिससे ऑनलाइन टैक्स पेमेंट करने में मदद मिलेगी. साथ ही, इस एप के जरिए आप नए पैन नंबर के लिए आवेदन कर सकते हैं साथ ही अपने रिटर्न संबंधित अन्य जानकारियां भी ले सकेंगे.

  • सरकार की डिजिटल इंडिया पहल के साथ आयकर विभाग एक ऐसा मोबाइल एप बना रहा है जिसके जरिए टैक्सपेयर्स आयकर का भुगतान कर सकेंगे साथ ही पैन के लिए आवेदन भी स्मार्टफोन से ही किया जा सकेगा. इस एप के जरिए आप नए पैन नंबर के लिए आवेदन करने के साथ ही अपने रिटर्न संबंधित अन्य जानकारियां भी ले सकेंगे.

  • आयकर अधिकारियों ने बताया कि एप का काम अभी शुरुआती चरण में है. वित्त मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद प्रायोगिक परियोजना शुरू की जाएगी. इस एप के जरिए टैक्स का ऑनलाइन पेमेंट हो सकेगा, पैन के लिए आवेदन हो सकेगा और टैक्स रिटर्न को देखा जा सकेगा.


आधार के जरिए ई-केवाईसी का फायदा
आधार के जरिए ई-केवाईसी से पैन आवेदक से जुड़ी जानकारी का सत्यापन तेजी से संभव होगा. अब तक 111 करोड़ से अधिक आधार जारी किए गए हैं. वहीं देश भर में इस समय 25 करोड़ से अधिक पैन कार्डधारक हैं. हर साल देश भर से 2.5 करोड़ लोग पैन के लिए आवेदन करते हैं. नोटबंदी के बाद से देश में पैन कार्ड के लिए आवेदन करने वालों की संख्या में भारी बढ़त हुई है और पैन कार्ड बनने में लगने वाला समय भी ज्यादा हो गया है लेकिन आज की खबर पैन कार्ड बनवाने वालों के लिए खुशखबरी के समान ही है.