इन्वेस्टर्स के लिए एक अच्छी खबर है. किसी भी संदिग्ध गतिविधि की आशंका में अब ट्रेडिंग अकाउंट को ब्लॉक कराना संभव होगा. इसके लिए बाजार नियामक सेबी ने तैयारियां कर ली है. इस सुविधा की शुरुआत होने के बाद ट्रेडिंग अकाउंट को ब्लॉक कराना सरल हो जाएगा.


इस तारीख से होगी फीचर की शुरुआत


सेबी ने ट्रेडिंग अकाउंट को ब्लॉक करने की सुविधा के बारे में 12 जनवरी को एक सर्कुलर जारी किया. सर्कुलर में सेबी ने ब्रोकरेज समेत बाजार के सभी प्रतिभागियों को निर्देश दिया है कि ट्रेडिंग अकाउंट को ब्लॉक कराने की सुविधा 1 जुलाई 2024 से शुरू की जानी चाहिए. सेबी ने स्टॉक एक्सचेंजों को यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी है कि ट्रेडिंग मेंबर्स गाइडलाइंस इश्यू होने के बाद उनके ऊपर अमल करें.


डेबिट-क्रेडिट कार्ड की तरह ब्लॉक की सुविधा


सेबी का कहना है कि उसे संदिग्ध गतिविधियों को लेकर शिकायतें मिल रही थीं. इसे ध्यान में रखते हुए इन्वेस्टर्स को ट्रेडिंग अकाउंट ब्लॉक कराने की सुविधा देने का निर्णय लिया गया है. इस सुविधा के बाद इन्वेस्टर्स अपने ट्रेडिंग अकाउंट को इंस्टैंटली उसी तरीके से ब्लॉक करा सकेंगे, जैसे लोग अपने एटीएम कार्ड या क्रेडिट कार्ड को ब्लॉक कराते हैं.


इस तारीख तक आ जाएगा फ्रेमवर्क


बाजार नियामक सेबी ने सर्कुलर में यह भी बताया है कि इसे लेकर गाइडलाइंस पर अभी काम चल रहा है. ट्रेडिंग अकाउंट को ब्लॉक करने की सुविधा किस तरह से काम करेगी, इसके फ्रेमवर्क को सेबी के परामर्श के साथ बाजार के मानकों के हिसाब से तैयार किया जा रहा है. सेबी का कहना है कि स्वेच्छा से फ्रीज या ब्लॉक के फीचर का फ्रेमवर्क 1 अप्रैल 2024 से पहले आ जाएगा.


फ्रेमवर्क से साफ हो जाएंगी सारी चीजें


फ्रेमवर्क में कई चीजों के बारे में स्थितियां साफ होंगी. जैसे- इन्वेस्टर किस तरह से अपने ट्रेडिंग अकाउंट को ब्लॉक कराने का रिक्वेस्ट कर सकते हैं, इन्वेस्टर्स से ब्लॉक या फ्रीज का रिक्वेस्ट मिलने के बाद उन्हें कैसे एकनॉलेज किया जाएगा, अकाउंट को ब्लॉक होने में कितना समय लगने वाला है, अकाउंट कितने समय के लिए ब्लॉक होने वाला है और अकाउंट को वापस कैसे अनब्लॉक कराया जा सकेगा.


बाजार में तेजी से बढ़े इन्वेस्टर


शेयर बाजार में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट/ट्रेडिंग अकाउंट जरूरी होता है. हालिया समय में भारत में शेयर बाजार के इन्वेस्टर्स तेजी से बढ़े हैं. बाजार में रैली के साथ-साथ इसका फायदा उठाने के लिए बड़ी संख्या में लोग बाजार का रुख कर रहे हैं. आंकड़ों के अनुसार, शेयर बाजार के इन्वेस्टर्स यानी डीमैट अकाउंट होल्डर्स की संख्या 13 करोड़ के पार निकल चुकी है.


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