दिवाली का त्योहार शेयर बाजार और बाजार के निवेशकों के लिए खास होता है. इस त्योहार से बाजार के लिए नए साल की शुरुआत होती है, क्योंकि हर बार दिवाली से नए विक्रम संवत की शुरुआत होती है. इस दिवाली संवत 2080 की शुरुआत हो रही है और इसके साथ ही संवत 2079 समाप्त हो गया है.


शुभ साबित हुआ संवत 2079


संवत के हिसाब से बात करें तो आज शेयर बाजार का पुराना साल समाप्त हो चुका है और नया साल शुरू होने वाला है, जिसके उपलक्ष्य में शाम में एक घंटे की स्पेशल मुहूर्त ट्रेडिंग होगी. बीते एक साल की बात करें यानी संवत 2079 को देखें तो शेयर बाजार के लिए शुभ साबित हुआ है. इस दौरान निफ्टी50 में करीब 10 फीसदी की तेजी आई है. संवत 2079 के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने नए ऐतिहासिक उच्च स्तर का भी रिकॉर्ड बनाया है.


शेयर बाजार का सबसे बडा शिफ्ट


पिछली दिवाली से इस दिवाली तक के आंकड़े को देखें तो इस दौरान बाजार के निवेशकों की भी जबरदस्त कमाई हुई है. हिंडनबर्ग की विवादास्पद रिपोर्ट, भू-राजनीतिक तनावों, कच्चे तेल और डॉलर की तेजी, रिकॉर्ड तोड़ महंगाई और विदेशी निवेशकों की रह-रह कर बिकवाली जैसी चुनौतियों से पार पाते हुए बीते संवत में बाजार कई बदलाव का गवाह बना है. सबसे बड़ा बदलाव डीआईआई यानी घरेलू संस्थागत निवेशकों का एफपीआई पर भारी पड़ जाना रहा है.


221 शेयर बने मल्टीबैगर


आंकड़े बताते हैं कि पिछले संवत से इस संवत के दरम्यान शेयर बाजार के निवेशकों की संपत्ति में 64 लाख करोड़ रुपये का भारी-भरकम इजाफा हुआ है. निवेशकों को हुई इस कमाई के दौर में सबसे बड़ा योगदान उन शेयरों का रहा है, जो पिछली दिवाली से अब तक मल्टीबैगर बने हैं. बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विक्रम संवत के हिसाब से बीते एक साल में बाजार में 221 शेयर मल्टीबैगर बने हैं.


ऐसे शेयरों को कहते हैं मल्टीबैगर


मल्टीबैगर उन शेयरों को कहा जाता है, जो एक तय अवधि के दौरान अपने निवेशकों के निवेश को कम से कम डबल करते हैं. दूसरे शब्दों में कहें तो तय अवधि के दौरान जिन शेयरों के भाव में कम से कम 100 फीसदी की तेजी आती है, उन्हें उस अवधि का मल्टीबैगर शेयर कहा जाता है. इस हिसाब से कह सकते हैं कि पिछली दिवाली से इस दिवाली तक बाजार में 221 शेयरों ने अपने निवेशकों के पैसे को कम से कम डबल किया है.


मल्टीबैगर रिटर्न देने में छोटे शेयर आगे


संवत 2079 छोटे और मंझोले शेयरों के लिए खास तौर पर शानदार साबित हुआ है. इस दौरान मिड कैप और स्मॉल कैप के सूचकांकों ने ब्लू चिप कंपनियों यानी लार्ज कैप शेयरों को बड़े मार्जिन से मात दी है. ब्लू चिप शेयरों का सूचकांक जहां करीब 10 फीसदी की तेजी में है, मिड व स्मॉल कैप के सूचकांक में 30 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है. यही कारण है कि मल्टीबैगर बनने वाले शेयरों में सबसे ज्यादा हिस्सा छोटे शेयरों का है. आंकड़े बताते हैं कि पिछली दिवाली से लेकर अब तक 172 ऐसी कंपनियों के शेयर ने मल्टीबैगर रिटर्न दिया है, जो मार्केट कैप के हिसाब से स्मॉल कैप कैटेगरी में गिनी जाती हैं.


ये भी पढ़ें: दिवाली के त्योहार में रहें इन 2 चीजों से सतर्क, वर्ना आने के बजाए चली जाएंगी लक्ष्मी