Isha Ambani Messages in International Girls in ICT Day 2024: भारत के दूरसंचार विभाग की तरफ से 'गर्ल्स इन आईसीटी इंडिया–2024' कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसमें एशिया और भारत के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी की बेटी और रिलायंस इंडस्ट्रीज में डायरेक्टर ईशा अंबानी ने सशक्त मैसेज दिया. उन्होंने कहा कि आज के युग में महिलाएं बराबरी की हकदार तभी बन सकेंगी जब वे STEM यानि साइंस, टेक्नॉलोजी, इंजीनियरिंग और गणित जैसे विषयों में बढ़-चढ़कर भाग ले सकेंगी. पिछले एक दशक में देश के टेक्नॉलोजी कार्यबल में महिलाओं की हिस्सेदारी 6 फीसदी बढ़ी है.


रिलायंस इंडस्ट्रीज की डायरेक्टर में से एक ईशा अंबानी ने कहा कि हमें इस कार्यक्रम को एक नई शुरुआत के रूप में लेना होगा ताकि हर लड़की को इन सेक्टर्स में आगे बढ़ने का मौका मिले. महिलाओं को विज्ञान, टेक्नॉलोजी, इंजिनीयरिंग और गणित के साथ-साथ सूचना और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के जरिए सशक्त बनाकर हम उनकी क्षमताओं को और निखार सकते हैं. ये महिलाओं की एक नई पीढ़ी तैयार करेगी जो चौथी औद्योगिक क्रांति की नेता के रूप में उभरकर सामने आएंगी. 






वुमेनकनेक्ट चैलेंज के लक्ष्य के बारे में बताया


ईशा अंबानी ने कहा कि रिलायंस फाउंडेशन लड़कियों और महिलाओं को उनके निर्णयों में दृढ़ता हासिल करने में मदद करने के लिए 'महिला सशक्तिकरण' के अपने दृष्टिकोण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. रिलायंस फाउंडेशन संयुक्त रूप से भारत में वुमेनकनेक्ट चैलेंज (डब्ल्यूसीसी) पहल चलाने वाले यूएसएआईडी का एक प्रमुख भागीदार है. इसका लक्ष्य डिजिटल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में जेंडर बायस्ड को पाटने वाले प्रैक्टिकल और आसान सॉल्यूशंस की पहचान करना है.


मां नीता अंबानी की सीख का किया जिक्र


ईशा अंबानी ने रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन और अपनी मां नीता अंबानी की सीख का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि "बचपन से मैंने अपनी मां श्रीमती नीता अंबानी को कहते हुए सुना है कि– एक आदमी की मदद करके आप उसके पूरे परिवार को ऊपर उठने में मदद करते हो; लेकिन एक महिला को सशक्त करके आप एक पूरे गांव का उत्थान करते हो. मुझे लगता है कि जो मेरी मां कहती हैं वो बात सच है. महिलाओं में नेतृत्व करने की जन्मजात क्षमता होती है."


ईशा अंबानी ने रिलायंस फाउंडेशन की उपलब्धियों को बताया


रिलायंस फाउंडेशन ने डब्ल्यूसीसी इंडिया ग्रांट्स के राउंड 1 के तहत 10 गैर-लाभकारी संगठनों को 1 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की है जिससे भारत के 17 राज्यों में 3,20,000 से ज्यादा औरतों और लड़कियों के जीवन में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरह से स्थायी असर पैदा हुए हैं. इस कार्यक्रम के जरिए 6 लाख से ज्यादा महिलाओं और लड़कियों के जीवन को छुआ है. रिलायंस फाउंडेशन ने पिछले एक साल में ग्रामीण विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और स्पोर्ट्स फॉर डेवलेपमेंट जैसे अपने कई कार्यक्रमों के जरिए 10 लाख से ज्यादा लड़कियों और महिलाओं को इन कार्यक्रमों के माध्यम से डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तौर पर मदद की है.


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