नई दिल्लीः अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर आज मिलीजुली खबर आई है. आज आईआईपी और रिटेल महंगाई के आंकड़ें आ गए हैं जिनमें रिटेल महंगाई दर में और कमी आई है जबकि औद्योगिक उत्पादन में मामूली गिरावट दर्ज की गई है.



खुदरा महंगाई दर मई के महीने में घटकर 2.18 फीसदी हो गई है जो अप्रैल के महीने में 2.99 फीसदी पर थी. यानी करीब 3 फीसदी से घटकर रिटेल महंगाई दर सवा 2 फीसदी के पास आसपास आ गई है. वहीं महीने दर महीने आधार पर मई में कोर महंगाई दर 4.5 फीसदी से बढ़कर 4.7 फीसदी रही है. मई में रिेटेल महंगाई दर यानि कोर प्राइस इंफ्लेशन (सीपीआई) घटकर 2.18 फीसदी रही है. अप्रैल में रिटेल महंगाई दर 2.99 फीसदी रही थी.


खाद्य पदार्थों की खुदरा महंगाई दर देखें तो मई के महीने में निगेटिव 1.05 फीसदी पर आ गई है जोकि अप्रैल के महीने में 0.61 फीसदी पर आई थी. इस तरह कहा जा सकता है कि खाने-पीने की चीजों की महंगाई दर में गिरावट से भी रिटेल महंगाई कम होने में मदद मिली है.


खाद्य महंगाई दर के आंकड़े (मई 2017)

  • मई में सब्जियों की रिटेल महंगाई दर -13.44 फीसदी रही है जो कि अप्रैल में -8.59 फीसदी रही थी.

  • मई में फलों की रिटेल महंगाई दर घटकर 1.4 फीसदी रही है जो अप्रैल में 3.78 फीसदी रही थी.

  • मई में अनाजों की रिटेल महंगाई दर 5.06 फीसदी से घटकर 4.81 फीसदी रही है.

  • मई में दूध की रिटेल महंगाई दर घटकर 4.56 फीसदी रही जो अप्रैल में 4.74 फीसदी रही थी.

  • मई में दालों की रिटेल महंगाई दर घटकर -19.45 फीसदी रही है जो अप्रैल में -12.42 फीसदी पर आई थी.

  • मई में चीनी की रिटेल महंगाई दर घटकर 9.84 फीसदी रही है जो कि अप्रैल में 11.37 फीसदी पर आई थी.


मई में बिजली, ईंधन की रिटेल महंगाई दर घटकर 5.46 फीसदी रही जो अप्रैल में 6.13 फीसदी रही थी. मई में कपड़ों, जूतों की रिटेल महंगाई दर घटकर 4.41 फीसदी रही जो इससे पिछले महीने 4.58 फीसदी थी.




आईआईपी में आई मामूली गिरावट


वहीं इंडस्ट्री की ग्रोथ अप्रैल में हल्की गिरावट भरी रही है. अप्रैल में आईआईपी ग्रोथ मामूली घटकर 3.1 फीसदी रही है जबकि मार्च में आईआईपी ग्रोथ 3.75 फीसदी रही थी. 


सेक्टरवार इंडस्ट्रियल प्रोडेक्शन के आंकड़ें


मैन्यूफैक्चरिंग, माइनिंग, व बिजली सेक्टर के उम्मीद से कम कमजोर प्रदर्शन के चलते अप्रैल महीने में औद्योगिक उत्पादन की विकास दर मामूली घटकर 3.1 फीसदी रह गई. केंद्रीय सांख्यिकी संगठन के आंकड़ों के अनुसार पिछले साल अप्रैल महीने में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक र्अाईआईपी 6.5 फीसदी रहा था.


संगठन ने मार्च महीने की आईआईपी दर को संशोधित आंकड़े में बढ़ाकर 3.75 फीसदी किया है. पिछले महीने जारी आंकड़ों में इसे 2.7 फीसदी रहने का अनुमान दिया गया था.




  • सीएसओ के आंकड़ों के अनुसार आईआईपी इंडेक्स में 77.63 फीसदी वेटेज वाले मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की विकास दर अप्रैल महीने में 2.6 फीसदी रही जो कि अप्रैल 2016 में 5.5 फीसदी रही थी.

  • माइनिंग सेक्टर का प्रोडक्शन अप्रैल महीने में 4.2 फीसदी रहा जो एक साल पहले समान महीने में 6.7 फीसदी था. इसी तरह बिजली उत्पादन अप्रैल महीने में एक साल पहले से 5.4 फीसदी बढा है. अप्रैल 2017 में बिजली उत्पादन की वृद्धि 14.4 फीसदी थी.

  • कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर का उत्पादन अप्रैल महीने में 6 फीसदी घटा जबकि एक साल पहले यह 13.8 फीसदी बढा था.

  • कैपिटल गुड्स का उत्पादन अप्रैल महीने में 1.3 फीसदी घट गया है जो एक साल पहले 8.1 फीसदी बढ़ा था.


खुदरा महंगाई दर 5 सालों के सबसे निचले स्तर पर, ब्याज दर घटाने का दबाव बढ़ा