किफायती विमानन सेवाएं प्रदान करने वाली विमानन कंपनी इंडिगो के शेयरों को लेकर एक बड़ी डील होने जा रही है. इंडिगो के शेयरों का ये सौदा ब्लॉक डील के रूप में हो सकता है. संभावित डील में कंपनी के प्रमोटर अपनी हिस्सेदारी बेचकर हजारों करोड़ रुपये जुटा सकते हैं.


ब्लॉक डील के लिए फ्लोर प्राइस


सीएनबीसी टीवी18 की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंडिगो के प्रमोटर एवं को-फाउंडर राकेश गंगवाल संभावित सौदे में 5.8 फीसदी इक्विटी शेयर बेचने की तैयारी कर रहे हैं. प्रमोटर गंगवाल ब्लॉक डील के माध्यम से अपनी हिस्सेदारी कम कर सकते हैं. उनकी योजना हिस्सा कम कर 6,600 करोड़ रुपये जुटाने की है. इस सौदे में फ्लोर प्राइस 2,925 रुपये प्रति शेयर हो सकती है.


शुक्रवार को इस भाव पर हुआ बंद


इंडिगो की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड है, जो शेयर बाजार पर लिस्टेड है. शुक्रवार को कारोबार समाप्त होने के बाद इंडिगो का शेयर करीब एक फीसदी उछलकर 3,100 रुपये पर बंद हुआ था. इस हिसाब से प्रमोटर गंगवाल ब्लॉक डील में डिस्काउंट पर शेयर बेच रहे हैं. ब्लॉक डील की फ्लोर प्राइस शुक्रवार की क्लोजिंग प्राइस की तुलना में 5.60 फीसदी कम है.


पहले इतने शेयरों की बिक्री की थी योजना


इससे पहले बताया जा रहा था कि प्रमोटर राकेश गंगवाल ब्लॉक डील में इंडिगो के 3.3 फीसदी इक्विटी शेयरों की बिक्री कर सकते हैं. ताजे अपडेट से पहले कहा जा रहा था कि गंगवाल इंडिगो में अपनी 3.3 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 3,725 करोड़ रुपये (करीब 450 मिलियन डॉलर) जुटा सकते हैं. इस सौदे को लेकर गंगवाल को मॉर्गन स्टैनली, जेपी मॉर्गन और गोल्डमैन सैश जैसे इन्वेस्टमेंट बैंकों से एडवाइस मिल रही है.


अभी इतनी है इंडिगो में हिस्सेदारी


इंटरग्लोब एविएशन में अभी प्रमोटर की हिस्सेदारी करीब 25 फीसदी है. यह हिस्सेदारी राकेश गंगवाल और उनके फैमिली ट्रस्ट दोनों के शेयरों को मिलाकर है. प्रस्तावित ब्लॉक डील होने के बाद इंडिगो में राकेश गंगवाल एंड फैमिली की हिस्सेदारी कम होकर 20 फीसदी पर आ सकती है. गंगवाल ने फरवरी 2022 में इंडिगो के बोर्ड से खुद को बाहर कर लिया था. उन्होंने उस समय कहा था कि वह धीरे-धीरे कंपनी में अपने परिवार की हिस्सेदारी कम करेंगे.


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