Investors Wealth On Rise: मई का महीना खत्म होने को है. लेकिन बीता दो महीना भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों के लिए बेहद शुभ साबित हुआ है. 20 मार्च 2023 के बाद भारतीय शेयर बाजार ने निचले लेवल से यूटर्न लिया और उसके बाद से निवेशकों के लिए तो दिवाली आ गई. महज दो महीने में निवेशकों की संपत्ति में 27 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है. इस अवधि में दोनों ही प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में निचले लेवल से जबरदस्त उछाल देखने को मिला है. 


20 मार्च 2023 को बीएसई सेंसेक्स 57,000 के लेवल तक जा लुढ़का था तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी घटकर 16,828 के लेवल तक नीचे गिर गया था. लेकिन इसके बाद से विदेशी निवेशकों की भारतीय बाजार में वापसी हुई और महज दो महीने में सेंसेक्स में 5500 तो निफ्टी में करीब 1700 अंकों की तेजी आ चुकी है. विदेशी और घरेलू संस्थागत निवेशकों की खऱीदारी के चलते बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन जो घटकर 255.64 लाख करोड़ रुपये पर आ चुका था. वो अब बढ़कर 282.67 लाख करोड़ रुपये के लेवल पर जा पहुंचा है. यानि इस अवधि में बाजार में निवेशित निवेशकों की संपत्ति में 27 लाख करोड़ रुपये का उछाल आ चुका है. 


बाजार में इस तेजी में सबसे बड़ा योगदान रहा बजाज समूह के जुड़वें शेयरों बजाज फाइनैंस और बजाज फिनसर्व का रहा है. 20 मार्च को बजाज फाइनैंस का शेयर 5485 रुपये तक जा गिरा था जो अब 6905 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. यानि दो महीने में स्टॉक में 26 फीसदी के करीब उछाल आ चुका है. बजाज फिनसर्व का शेयर 1215 रुपये तक जा लुढ़का था. जो अब 1439 रुपये पर कारोबार कर रहा है. यानि बजाज फिनसर्व में 18 फीसदी का उछाल आ चुका है. 


देश की सबसे बड़ी निजी कंपनी रिलायंस के शेयर ने भी निवेशकों को गजब रिटर्न दिया है. रिलायंस का स्टॉक 2180 रुपये के लेवल तक नीचे जा गिरा था जो अब 2506 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. यानि स्टॉक ने निवेशकों को 15 फीसदी का रिटर्न दिया है. इस अवधि में कई आईटी और रेलवे स्टॉक्स ने भी निवेशकों को मालामाल कर दिया है.


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