Shaktikanta Das: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) अगले वित्त वर्ष में 7 फीसदी की दर से आगे बढ़ेगी. साथ ही महंगाई में भी कमी आएगी. उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा पिछले कुछ सालों में किए गए सुधारों को क्रेडिट देते हुए कहा कि इससे भारतीय इकोनॉमी को लंबी अवधि में आगे बढ़ने का मौका मिला. साथ ही उन्होंने कहा कि दुनियाभर में आर्थिक चुनौतियों का माहौल बना हुआ है. मगर, भारत ने तरक्की और स्थिरता की राह पकड़ी हुई है. 


महंगाई कम होने के मिल रहे हैं संकेत 


दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) के दौरान सीआईआई (CII) द्वारा आयोजित सेशन ‘हाई ग्रोथ, लो रिस्क: द इंडिया स्टोरी’ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दुनियाभर से महंगाई कम होने के संकेत मिल रहे हैं. मगर, आर्थिक वृद्धि की रफ्तार भी कम रहने के संकेत हैं. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि भारतीय शेयर बाजारों में तेजी आ रही है. देश में विदेशी निवेश की स्थिति भी तेजी से आगे बढ़ रही है. मगर, दुनिया के हालात और पर्यावरण से जुड़ी समस्याएं चिंताओं को बढ़ा रही हैं. शक्तिकांत दास ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में जीडीपी की वृद्धि दर 7.2 फीसदी रहने का अनुमान है.  


फिलहाल हमारी रेंज में है महंगाई का आंकड़ा  


आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इससे पहले कहा था कि फिलहाल महंगाई के आंकड़े हमारी रेंज 2 से 6 फीसदी के बीच ही हैं. हालांकि, हम इसे 4 फीसदी पर लाने के लिए प्रयासरत हैं. महंगाई के आंकड़ों में मामूली वृद्धि जरूर दर्ज की गई है. मगर, खाद्य वस्तुओं की कीमतों में ज्यादा उछाल दर्ज नहीं किया गया है. इसके साथ ही उन्होंने क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) को भारत जैसे देशों के लिए बड़ा जोखिम बताया था. उन्होंने कहा था कि भारत जैसे उभरते हुए देशों के लिए यह बड़ी समस्या है. उन्होंने कहा था कि दुनिया क्रिप्टो करेंसी को लेकर कुछ भी फैसला ले, भारत का आर्थिक तानाबाना फिलहाल क्रिप्टो करेंसी का जोखिम उठाने के लिए तैयार नहीं है.


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