Indian Economy Update:  कोरोना महामारी ( Covid19 Pandemic) के कारण चिंताएं और अनिश्चितता जब कम हो जाएगी तो अपने आप इसके बाद देश में खपत ( Consumption) में तेजी आएगी और मांग में सुधार ( Improvement in Demand) से निजी क्षेत्र ( Private SEctor) को कदम बढ़ाने में मदद मिलेगी. वित्त मंत्रालय ( Finance Ministry) के आर्थिक मामलों के विभाग ( Department Of Economic Affairs) द्वारा जारी किए रिपोर्ट में ये बातें कही गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वर्ष का अंत महामारी के बाद नए आर्थिक गतिविधि ( Economic Activity) के साथ शुरुआत होगी. 


वित्त मंत्रालय की मंथली आर्थिक रिपोर्ट (Monthly Economic Report) के मुताबिक आम बजट ( General Budget)  2022-23 में सरकार द्वारा किए गए ऐलानों के दम पर भारतीय अर्थव्यवस्था बड़े देशों में सबसे तेज गति से वृद्धि दर्ज करेगी. समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है, "पीएलआई योजनाओं और बुनियादी ढांचे में सार्वजनिक पूंजीगत निवेश के चलते विनिर्माण और निर्माण क्षेत्र वृद्धि के मुख्य वाहक होंगे. "


वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किए इस रिपोर्ट में कहा गया कि प्रधानमंत्री किसान योजना ( PM KIsan Samman NIdhi Yojna) के जरिए लाभकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य और आय हस्तांतरण से कृषि क्षेत्र में भी लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है.  रिपोर्ट में कहा गया कि भारत अभी तक एकमात्र बड़ा और प्रमुख देश है, जिसका आईएमएफ ( IMF) ने  2022-23 के विकास दर के अनुमान को बढ़ाया है. गौरतलब है कि आईएमएफ ने वर्ष 2022 के लिए अपने वैश्विक वृद्धि अनुमान को घटा दिया है.  


रिपोर्ट के मुताबिक, "भारत के लोगों के लचीलेपन और उसकी नीति निर्माण की दूरदर्शिता के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था के 2022-23 में दुनिया के बड़े देशों के बीच सबसे तेजी से बढ़ने का अनुमान है, जबकि यह 2020-21 में 6.6 प्रतिशत घटी थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि आम बजट 2022-23 ने पिछले बजट में तय दिशा को मजबूत किया है. 


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