कारोबारी गौतम अडानी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में 2050 तक नाटकीय बदलाव देखने को मिलेगा. उन्होंने बुधवार को कहा कि भारत उस नाटकीय बदलाव के मोड़ पर खड़ा है जहां से आगे देश में कई हजार अरब डालर की कंपनियां होंगी. उन्होंने कहा कि अक्षय ऊर्जा से उसे सबसे सस्ती बिजली मिलेगी और इन सबके चलते देश की अर्थव्यवस्था 2050 तक 10 गुणा तक बढ़ेगी.


उन्होंने कहा कि 2050 तक भारत की जीडीपी मौजूदा 2,800 अरब डालर से बढ़कर 28,000 अरब डालर तक पहुंच जाएगी. जबकि, शेयर बाजार का मूल्यांकन इस अवधि के दौरान 30,000 अरब डालर और खुदरा बाजार का आकार 10,000 अरब डालर तक हो जाएगा. इसके साथ ही दुनिया के प्रत्येक तीन मध्यम वर्गीय परिवारों में से एक परिवार भारत से होगा.


टीआईई ग्लोबल समिट के दौरान अडाणी ने ‘अतुल्य भारत और भारत के लिये अवसर’पर बातचीत के दौरान कहा कि अडाणी ने कहा, ‘‘भारत की साफ्ट पावर के साथ 28 हजार अरब डालर की जीडीपी और 30 हजार अरब डालर के शेयर बाजार मूल्यांकन की हार्ड पावर को मिलाकर भारत एक ऐसा अतुल्य देश होगा जो कि 21वीं सदी के दौरान सबसे महान अवसरों वाला देश बनने की राह पर आगे बढ़ रहा होगा.’


उन्होंने कहा कि आज दुनिया की जीडीपी 85,000 अरब डालर है जिसमें से भारत की हिस्सेदारी 2,800 अरब डालर की है. अडाणी बंदरगाह, हवाईअड्डे, खाद्य तेल से लेकर ऊर्जा कारोबार के एक बड़े समूह का नेतृत्व करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘साल 2050 में वैश्विक जीडीपी 170 से लेकर 180 हजार अरब डालर तक पहुंच जाने का अनुमान है तब भारत की जीडीपी 28 हजार अरब डालर रहने का अनुमान है. इस प्रकार 2050 में वैश्विक जीडीपी में उसका 15 प्रतिशत का योगदान होगा.’


उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान ऐसा समय भी आएगा जब सुस्ती आ सकती है लेकिन हर बड़ी अर्थव्यवस्था को इस तरह के समय से गुजरना पड़ता है. ‘‘बेशक इसमें भारत के लिये मुश्किल चुनौतियां आ सकतीं हैं जिनसे पार पाना कठिन होगा लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि बड़े अवसर भारत की प्रतीक्षा कर रहे हैं.’