Electricity Update: देशभर में बिजली की खपत साल-दर-साल 17.2 प्रतिशत बढ़कर 134.13 अरब यूनिट हो गई है. बीते जून माह में भीषण गर्मी और कोरोना काल से छूट मिलने के चलते आर्थिक गतिविधियों में तेजी इसका मुख्य कारण है. बिजली मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, जून माह 2021 में बिजली की खपत 114.48 अरब यूनिट दर्ज की गई थी, जो कि 2020 के इसी महीने में 105.08 अरब यूनिट से अधिक थी. इस साल जून माह 2022 में 134.13 अरब यूनिट दर्ज की गई है.
8 जून को सबसे अधिक आपूर्ति दर्ज इसके अलावा, जून माह जो कि बिजली की मांग का पीक महीना है, जिसमें 8 जून को सबसे अधिक 209.80 गीगावॉट आपूर्ति दर्ज की गई है. जून 2021 में बिजली आपूर्ति 191.24 (गीगावॉट) GW और जून 2020 में 164.98 GW चरम पर थी. कोरोना काल Covid-19 में वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगे लॉकडाउन के कारण जून 2020 में बिजली की खपत और मांग प्रभावित हुई थी, जून 2019 (महामारी पूर्व अवधि) में बिजली की खपत 117.98 बिलियन यूनिट थी.
तेज गर्मी ने बढ़ाई खपत विशेषज्ञों के अनुसार, बिजली की खपत तेज गर्मी और आर्थिक गतिविधियों के कारण बढ़ी, जिससे देश में बिजली की वाणिज्यिक और औद्योगिक आवश्यकताओं को बढ़ावा मिला. देश में महामारी की तीसरी लहर जनवरी 2022 में आई, जिसने कई राज्यों को रात और साप्ताहिक कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर किया. इस दौरान बार, रेस्तरां में खाने-पीने पर बैन लगाया गया है. इन प्रतिबंधों में धीरे-धीरे ढील दी गई. हालंकि आने वाले महीनों में बिजली की मांग और खपत में उच्च दर से वृद्धि होने की संभावना है.