Manufacturing PMI Data of March 2024: भारत के मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है और देश का पीएमआई मार्च में 16 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. फरवरी के मुकाबले मैन्यूफैक्चरिंग PMI 56.9 से बढ़कर 59.1 पर पहुंच गया है. ऐसे में अकड़ें इकोनॉमी के लिहाज से बेहद शानदार माना जा सकता है. 2 अप्रैल को जारी किए गए हैं डेटा से पता चलता है कि देश में मैन्यूफैक्चरिंग गतिविधियों में तेजी दर्ज की जा रही है.


50 से ऊपर बनी हुई है भारत की मैन्यूफैक्चरिंग PMI


भारत की आर्थिक तरक्की के लिहाज से यह आंकड़े बेहद उत्साहवर्धक है क्योंकि यह लगातार 33 वां महीना जब देश की  मैन्युफैक्चरिंग PMI 50 के आंकड़े को पार कर गई है. फरवरी 2024 में  मैन्युफैक्चरिंग PMI 56.9 पर थी जो मार्च में बढ़कर 59.1 पर आ गई है. हालांकि ध्यान देने वाली बात ये है कि 21 मार्च को PMI का फ्लैश अनुमान से यह आंकड़े कमजोर है. फ्लैश अनुमान के मुताबिक मार्च 2024 में PMI 59.2 रहने की बात कही गई थी.


मैन्यूफैक्चरिंग PMI के आंकड़ों के मानक के बारे में जानें


अगर मैन्यूफैक्चरिंग PMI 50 से ऊपर बना रहता है तो इसका मतलब है मैन्यूफैक्चरिंग गतिविधि में विस्तार हो रहा है. वहीं 50 से नीचे के आंकड़े को संकुचन के रूप में देखा जाता है. मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई के आंकड़े हमेशा जीडीपी के आंकड़ों से पहले जारी किया जाता है. इस डेटा से मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में नई नौकरियों और बिजनेस एक्टिविटी के बारे में पता चलता है. PMI का बेहतर होना इकोनॉमी के लिहाज से अच्छा माना जाता है.


मार्च 2024 में मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई में बढ़त कैसे?


मार्च 2024 में नए आर्डरों में तेजी देखने को मिली है. ऐसे में डिमांड में तेजी का असर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के बाजारों की मांग पर दिखता है. इससे ज्यादा से ज्यादा आर्डर देखने को मिलता है. इंडेक्स कंपाइलर एसएंडपी के डेटा के मुताबिक मई 2022 के बाद से एक्सपोर्ट के लिए नए ऑर्डर की स्पीड में सबसे ज्यादा तेजी देखी गई है. 


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