India GDP Data: मूडीज (Moodys's) और फिच (Fitch) के बाद एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स (S&P Gloabal Ratings) ने एक अप्रैल से शुरू हो रहे नए वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत के जीडीपी अनुमान को बढ़ाने का फैसला किया है. रेटिंग एंजेंसी ने अगले वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी अनुमान में 40 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर 6.8 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. हालांकि एस एंड पी ग्लोबल का ये आंकलन फिच के 7 फीसदी से कम है लेकिन मूडीज के 6.8 फीसदी के अनुमान के बराबर है. 


2024-25 में 6.8% रहेगी GDP


एस एंड पी ग्लोबल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी 7.6 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. हालांकि वित्त वर्ष 2025 - 26 और 2026-27 में 5 फीसदी दर से भारत के आर्थिक विकास करने का अनुमान जताया गया है. एस एंड पी ग्लोबल ने 2024-25 के लिए भारत के जीडीपी अनुमान को बढ़ाकर 6.8 फीसदी कर दिया है लेकिन ये सरकार और सेंट्रल बैंक भारतीय रिजर्व बैंक के 7 फीसदी के अनुमान से कम है.      


महंगाई से डिमांड पर असर 


एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स के चीफ इकोनॉमिस्ट लुइस क्यूज्स (Louis Kuijs) ने कहा एशिया की उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में हमारा मानना है कि भारत, इंडोनेशिया, फिलीपींस और वियतनाम में तेज आर्थिक विकास देखने को मिलेगी. एस एंड पी के मुताबिक घरेलू डिमांड पर निर्भर रहने वाली अर्थव्यवस्थाएं जिसमें भारत, जापान और ऑस्ट्रालिया शामिल है वहां उच्च ब्याज दरों और महंगाई ने परिवारों के खर्च पर असर डाला है जिससे 2023-24 की दूसरी छमाही में आर्थिक विकास के ग्रोथ की रफ्तार कम हुई है.   


2024 में सस्ता होगा कर्ज 


एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ने कहा कि 2024 कैलेंडर ईयर में भारत में 75 फीसदी प्वाइंट तक ब्याज दरों में कटौती देखने को मिल सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत में महंगाई की रफ्तार धीमी पड़ रही है, वित्तीय घाटा  कम हो रहा और अमेरिकी फेड रिजर्व के ब्याज दरों में कमी करने पर भारत में भी आरबीआई के लिए ब्याज दरें घटाने को आधार बनेगा. 


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