Kangana Ranaut Controversy: कंगना रनौत ने राजनीति में एंट्री ले ली है. बीजेपी ने उन्हें हिमाचल प्रदेश की मंडी से लोकसभा टिकट दिया है. इसके बाद से एक्ट्रेस को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं. बीते दिन कांग्रेस लीडर सुप्रिया श्रीनेत ने कंगना रनौत को लेकर कंट्रोवर्शियल स्टेटमेंट दिया था, जिसपर कंगना ने पलटवार भी किया. इसी बीच एक्ट्रेस का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे उर्मिला मातोंडकर को लेकर कमेंट करती सुनी जा सकती हैं.
वायरल वीडियो 2020 का है, जिसमें कंगना रनौत नेशनल टीवी पर बात करती दिख रही हैं. इस दौरान वे कहती हैं- मैंने उर्मीला मातोंडकर का एक बहुत ही अपमानजनक इंटरव्यू देखा. जिस तरह से वह मेरे बारे में बात कर रही थी, मेरी खिंचाई कर रही थी, मेरे स्ट्रगल का मजाक उड़ा रही थी, इस बात पर मुझ पर हमला कर रही थी कि मैं टिकट के लिए बीजेपी को खुश करने की कोशिश कर रही हूं.
उर्मिला मातोंडकर को लेकर कही थी ये बात
कंगना ने आगे कहा- 'यह समझने के लिए किसी को टैलेंटेड होने की जरूरत नहीं है कि मेरे लिए टिकट पाना बहुत मुश्किल नहीं है. उर्मिला एक सॉफ्ट पॉर्न स्टार हैं. वह अपनी एक्टिंग के लिए नहीं जानी जाती हैं, वह किस लिए जानी जाती हैं? सॉफ्ट पोर्न करने के लिए सही है. अगर उन्हें टिकट मिल सकता है, तो मुझे टिकट क्यों नहीं मिलेगा?'
सुप्रिया श्रीनेत ने किया ये कमेंट
बता दें कि कंगना रनौत को टिकट मिलने पर सुप्रिया श्रीनेत ने अपने सोशल मीडिया पर एक्ट्रेस का एक फोटो शेयर किया है. इसके साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा- 'क्या भाव चल रहा है मंडी में कोई बताएगा?' कांग्रेस नेत्री के इस कमेंट पर बवाल खड़ा हो गया है और कंगना ने भी इसपर रिस्पॉन्स किया है. एक्ट्रेस ने लिखा- 'एक आर्टिस्ट के तौर पर अपने करियर के पिछले 20 सालों में मैंने हर तरह की महिलाओं की भूमिका निभाई है.'
कंगना रनौत ने किया पलटवार
कंगना ने लिखा- 'क्वीन में एक भोली लड़की से लेकर धाकड़ में एक अट्रैक्टिव जासूस तक, मणिकर्णिका में एक देवी से लेकर चंद्रमुखी में एक राक्षसी तक, रज्जो में एक वेश्या से लेकर थलाइवी में एक क्रांतिकारी नेता तक. हमें अपनी बेटियों को स्टीरियोटाइप्ल के बंधनों से आजाद करना चाहिए, हमें उनके बॉडी पार्ट्स के बारे में जिज्ञासा से ऊपर उठना चाहिए और सबसे बढ़कर हमें जिंदगा या हालात को चुनौती देने वाली सेक्स वर्कर्स को किसी तरह के गलत बर्ताव या अपमान के तौर पर इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. हर महिला अपनी गरिमा की हकदार है.'