बुनियादी संरचना (Infrastructure) के लिहाज से मई महीना कुछ राहत प्रदान करने वाला साबित हुआ. मई महीने के दौरान आठ बुनियादी उद्योगों (Core Industries) की वृद्धि दर कुछ सुधरकर 4.3 फीसदी रही. इससे पहले अप्रैल में आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 6 महीने के निचले स्तर पर आ गई थी.


साल भर पहले से इतना पीछे


अप्रैल महीने के दौरान आठ बुनियादी उद्योगों ने महज 3.5 फीसदी की दर से वृद्धि की थी, जो पिछले 6 महीने में सबसे कम था. इस तरह देखें तो मई की 4.3 फीसदी की वृद्धि दर ठीक-ठाक सुधार दिखाती है. हालांकि साल भर पहले की तुलना में वृद्धि दर अभी भी काफी कम है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर मई 2022 में 19.3 फीसदी रही थी.


सुधार की धीमी है रफ्तार


सरकार ने शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में मई महीने के आंकड़ों की जानकारी दी. आंकड़ों से पता चलता है कि मुख्य रूप से कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस और बिजली के उत्पादन में कमी से बुनियादी उद्योग की वृद्धि दर धीमी रही है. चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-मई के दौरान आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 4 फीसदी से कम रही है, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 14.3 फीसदी रही थी. इसका मतलब हुआ कि बुनियादी संरचना क्षेत्र में सुधार तो हो रहा है, लेकिन यह बहुत धीमा है.


इन उद्योगों में आई वृद्धि


सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मई 2023 के दौरान सीमेंट, ऊर्वरक, स्टील, कोयला और रिफाइनरी उत्पादों के उत्पादन में साल भर पहले की तुलना में सुधार आया है. मई 2023 के दौरान सालाना आधार पर कोयला उत्पादन 7.2 फीसदी बढ़ा है. इसी तरह आलोच्य माह के दौरान ऊर्वरकों का उत्पादन 9.7 फीसदी, स्टील का उत्पादन 9.2 फीसदी, सीमेंट का उत्पादन 15.5 फीसदी और पेट्रोलियम उत्पादों का उत्पादन 2.8 फीसदी बढ़ा है.


इनके उत्पादन में आई गिरावट


वहीं कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस के मामले में उत्पादन में क्रमश: 1.9 फीसदी और 0.3 फीसदी की गिरावट आई है. मई महीने के दौरान बिजली के उत्पादन में भी सालाना आधार पर 0.3 फीसदी की गिरावट आई है. देश के कुल औद्योगिक उत्पादन के सूचकांक यानी इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) में इन आठ बुनियादी उद्योगों का योगदान 40 फीसदी से ज्यादा है.


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