HUL News Update: रोहित जावा देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड के नए मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ होंगे. 56 वर्ष के रोहित जावा मौजूदा सीईओ संजीव मेहता की जगह लेंगे जो कंपनी से रिटायर होने जा रहे हैं. रोहित जावा 27 जून 2023 से अपना पदभार ग्रहण करेंगे फिलहाल वे लंदन में हिंदुस्तान यूनिलीवर की पैरेंट कंपनी यूनिलीवर के चीफ फॉर ट्रांसफॉरमेशन पद पर तैनात हैं.  


हिंदुस्तान यूनिलीवर ने स्टॉक एक्सचेंज के पास रेग्युलेटरी फाइलिंग में बताया है कि रोहित जावा एक अप्रैल 2023 से 26 जून तक के लिए हिंदुस्तान यूनिलीवर के सीईओ-डेजिगनेट  के अलावा होल-टाइम डायरेक्टर के तौर पर ज्वाइन करेंगे. और 27 जून से अगले 5 सालों के लिए वे एमडी-सीईओ का पदभार संभालेंगे. रोहित जावा यूनिलीवर साउथ एशिया के प्रेसीडेंट का भी पदभार संभालेंगे. 


साल 1988 में रोहित जावा ने हिंदुस्तान यूनिलीवर में मैनेजमेंट ट्रेनी के तौर पर ज्वाइन किया था. यूनिलीवर चाईना में बतौर चेयरमैन और नार्थ एशिया के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट के तौर पर उन्होंने चीन में यूनिलीवर के कारोबार को आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका अदा की है. दुनियाभर में अलग अलग देशों में फैले यूनिलीवर के कारोबार में चीन में उसका कारोबार तीसरे नंबर पर आता है. फिलीपींस में भी यूनिलीवर के कारोबार को आगे बढ़ाने में उनकी बड़ी भूमिका रही है जो कंपनी के लिए टॉप 10 मार्केट में से एक है.  


रोहित जावा ने सेंट स्टीफेंस कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की है और उसके बाद उन्होंने एफएमएस (FMS), दिल्ली यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट की पढ़ाई की थी.  उन्होंने हावर्ड बिजनेस स्कूल के एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम में भी भाग लिया है. 


एचयूएल के नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन नितिन परांजपे ने रोहित जावा को एमडी-सीईओ बनाये जाने पर कहा कि, मैं रोहित के भारत वापसी पर स्वागत करता हूं. उन्हें विशेष रूप से एशिया में व्यापार लैंडस्केप की गहरी समझ है और उन्होंने चीन और फिलीपींस में यूनिलीवर के बिजनेस में बदलाव का नेतृत्व किया है. उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि अपने सूक्ष्म व्यापार कौशल और विकास की मानसिकता के साथ रोहित एचयूएल को प्रदर्शन के अगले पड़ाव पर ले जायेंगे. 


मौजूदा सीईओ संजीव मेहता ने अक्टूबर 2013 में एचयूएल का कार्यभार संभाला था. बीते एक दशक में एचयूएल का बिजनेस 50,000 करोड़ रुपये के पार चला गया. इस अवधि में कंपनी का मार्केट कैप 17 बिलियन डॉलर से बढ़कर 75 बिलियन डॉलर का हो गया है. उनके कार्यकाल में जीएसके कंज्यूमर हेल्थकेयर का एचयूएल ने अधिग्रहण किया था जो भारत के एफएमसीजी सेक्टर का सबसे बड़ा अधिग्रहण है. 


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