अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनियाभर के देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का एलान किया. उन्होंने कहा कि दुनियाभर के देश अमेरिका से लूटते आए थे, इसलिए अब उन्होंने जवाब कदम के तौर पर ये कदम उठाया है. लिबरेशन डे (मुक्ति दिवस) भाषण के दौरान रेसिप्रोकल टैरिफ का चार्ट डिस्प्ले करते हुए उन्होंने कहा कि चीन के सामनों पर 34%, भारतीय सामानों पर 26%, यूरोपीयन यूनियन से आयात पर 20%, दक्षिण कोरिया के प्रोडक्ट्स पर 25%, जापनान के सामनों पर 24% और ताइवान से आयात पर 32% का रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया जाएगा.

व्हाइट हाउस से अपने संबोधन में ट्रंप ने कहा- मेरे अमेरिकन साथियों, ये मुक्ति दिवस है जिसका लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था. 2 अप्रैल 2025 को अमेरिकी उद्योग के पुनर्जन्म के लिए दोबारा याद किया जाता रहेगा, जिसके बाद फिर अमेरिका संपन्न मुहिम शुरू किया गया. 

ट्रंप ने आगे कहा कि करदाताओं को करीब 50 वर्षों से भी लंबे समय से ठगा जा रहा था. लेकिन अब ये आगे नहीं होने जा रहा है. ट्रंप की अगुवाई में बोर्ड ने भारत पर 52% अमेरिकी टैरिफ लगाने का निर्णय किया था और डास्काउंटेड रेसिप्रोकल टैरिफ 26% लगाया जाएगा.

भारत पर बोले ट्रंप- अमेरिका के साथ अच्छा नहीं किया

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि भारत का व्यापारिक सलूक अमेरिका को लेकर काफी कड़ा रहा है. उन्होंने पीएम मोदी का हवाला देते हुए कहा कि वे हमारे अच्छे दोस्त हैं, लेकिन मैंने उनसे कहा- आप हमारे दोस्त हो, लेकिन अमेरिका के साथ आप अच्छा बर्ताव नहीं कर रहे हो. वे हमारे ऊपर 52% चार्ज कर रहे हैं. आपको ये समझना होगा कि कई वर्षों और दशकों तक हमने कुछ भी चार्ज नहीं किया. और ये तब हुआ जब सात साल पहले मैं अमेरिकी सत्ता में आया चीन के ऊपर ये शुरू किया.

ट्रंप की तरफ से लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ की ये है फुल लिस्ट:1- चीन : 34%2- यूरोपीय यूनियन: 20%3-दक्षिण कोरिया : 25%4-इंडिया : 26%5-वियतनाम : 46%6-ताइवान : 32%7-जापान : 24%8-थाइलैंड : 36%9-स्विट्जरलैंड : 31%10-इंडोनेशिया : 32%11-मलेशिया : 24%12-कंबोडिया : 49%13-यूनाइटेड किंगडम : 10%14-साउथ अफ्रीका : 30%15-ब्राजील : 10%16-बांग्लादेश : 37%17-सिंगापुर : 10%18-इजरायल : 17%19-फिलिपिंस : 17%20-चिले : 10%21-ऑस्ट्रेलिया : 10%22-पाकिस्तान : 29%23-तुर्की : 10%24-श्रीलंका : 44%25-कोलंबिया : 10%

भारत पर टैरिफ का क्या असर?

हालांकि, भारत में अलग-अलेग सेक्टर पर वास्तविक तौर पर ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ का क्या कुछ असर होगा इसे इस तरह समझा जा सकता है:

*ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ के एलान को देखते हुए कुछ दिनों पहले ही सिटी रिसर्च रिपोर्ट ने आगाह किया था कि इस कदम से सालाना 7 बिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता है.  

*भारत से अमेरिका में 2024 में 74 बिलियन डॉलर का निर्यात किया गया, जिसमें मोती, जवाहर और ज्वैलरी करीब 8.5 बिलियन डॉलर का रहा, दवाएं 8 बिलियन डॉलर और पेट्रोकैमिकल्स करीब 4 बिलियन डॉलर का निर्यात किया गया. 

*मोर्न स्टेनली के मुताबिक, भारत पर सबसे ज्यादा रिस्क दवाओं के निर्यात को लेकर है, जो निर्यात का 2.8% है, जबकि  जीडीपी का 0.3%. इसके अलावा, एग्रीकल्चर, कीमती पत्थर, कैमिकल्स, फार्मास्यूटिकल्स, मेडिकल उपकरण, इलैक्ट्रिक सामान और मशीन पर भी असर पड़ सकता है. हालांकि, भारतीय दवाओं को रेसिप्रोकल टैक्स से बाहर रखा है. इंडियन फार्मास्यूटिकल्स से अमेरिका के इस फैसले पर संतोष जाहिर  किया गया है. 

* इसके अलावा, भारत की पिछले साल 1.03 बिलियन डॉलर का प्रसंस्कृत खाद्य और चीनी जैसे प्रोडक्ट्स निर्यात किया गया था, इस पर 24.99 फीसदी के टैरिफ असामानता के चलते व्यापक असर हो सकता है.

* हालांकि, इसमें कई चीजों को टैरिफ के दायरे से बाहर रखा गया है, उनमें- दवाएं, कॉपर, ईंधन की चीजें- तेल, गैस, कोयला और एलएनजी शामिल है.  

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