Housing Demand In 2024: 2023 के समान नए साल 2024 में भी देश में रेसिडेंशियल डिमांड में तेजी बनी रहेगी. पिछले कुछ वर्षों जैसी, 2024 में भी 45 लाख रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक हाउसिंग डिमांड में सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिल सकती है. साथ ही 2 - 4 करोड़ रुपये और उससे ज्यादा कीमत वाले प्रीमियम और लग्जरी सेगमेंट वाले घरों की मांग में भी तेजी बनी रहेगी. 


डेवलपर्स नए शहरों में तलाशेंगे संभावना


सीबीआरई (CBRE) ने अपने एक रिपोर्ट में 2024 में रेसिडेंशियल सेक्टर के आउटलुक को लेकर कहा है कि देश के प्रतिष्ठित रेसिडेंशियल डेवलपर्स नए शहरों में संभावनाओं की तलाश करेंगे जिससे वे अपने पोर्टफोलियो का विस्तार कर रह सकें और ब्रांड वैल्यू का लाभ ले सकें. सीबीआरई के मुताबिक 2023 में घर खऱीदने को लेकर जैसी सेंटीमेंट देखने को मिली थी 2024 में भी वो जारी रहेगी. रिपोर्ट के मुताबिक नए साल में मिड सैगमेंट अफोर्डेबल कैटगरी के साथ प्रीमियम लग्जरी हाउसिंग डिमांड में भी तेजी बरकार रहेगी. 


ब्याज दरें नहीं बढ़ने से सेंटीमेंट में सुधार


सीबीआरई इंडिया, साउथ-ईस्ट एशिया, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका के चेयरमैन सीईओ अंशुमान मैगजीन आरबीआई के ब्याज दरें बढ़ाने पर ब्रेक लगाने के चलते होम बायर्स के लिए सेंटीमेंट में सुधार देखने को मिलेगा और ब्याज दरों में बढ़ोतरी पर रोक से रियल एस्टेट सेक्टर को फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि महंगाई के नीचे आने पर ब्याज दरें घटने का दौर भी शुरू हो सकता है. इससे पहले आरबीआई ने शुक्रवार 8 दिसंबर को मॉनिटरी पॉलिसी का एलान करते हुए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है.  


महंगे कर्ज का डिमांड पर असर नहीं


सीबीआरई ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि होम लोन पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बावजूद हाउसिंग डिमांड पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है. जनवरी से सितंबर 2023 के दौरान बीते साल 5 फीसदी ज्यादा 2.30 लाख हाउसिंग यूनिट्स की सेल देखने को मिली है. डेवलपर्स ने इस अवधि में 2.20 लाख नए हाउसिंग यूनिट्स लॉन्च किए हैं. मिड सेगमेंट वाली हाउसिंग रेसिंडेंशियल डिमांड का मजबूत स्तंभ बना हुआ है पर 2023 में लग्जरी प्रीमियम सेगमेंट की हाउसिंग डिमांड भी बढ़ी है.  


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