Holi Shopping: रंगों के त्यौहार होली पर कारोबार को चार चांद लग गए. लोगों ने बाजारों में जमकर खरीदारी की और होली के जश्न में जुट गए. कारोबारियों के संगठन द्वारा किए गए सर्वे के मुताबिक, लोगों ने होली (Holi 2024) मनाने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदारी कर डाली. यह आंकड़ा और बढ़ने की उम्मीद है. इसके अलावा बाजार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के वोकल फॉर लोकल (Vocal for Local) का असर स्पष्ट दिखाई दिया. लोगों ने खरीदारी के दौरान चीन में बने सामानों से दूरी बनाकर रखी.


होली ने बाजार में फूंक दी जान 


कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के सर्वे से पता चला है कि होली ने बाजार में जान फूंक दी. न सिर्फ कारोबारियों बल्कि जनता ने भी आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat) के मिशन को पूरा सहयोग दिया. कैट के आंकड़ों के अनुसार, होली पर इस बार चाइनीज सामानों की बिक्री सुस्त रही. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ही 5000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार हुआ है. 


लोग नहीं खरीदना चाहते चाइनीज सामान


कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि 2020 में गलवान वैली में हुई हिंसक झड़प के बाद चीन में बने सामानों को लेकर लोगों में प्रतिकूल रुख बना हुआ है. पहले कस्टमर सिर्फ सस्ता चाइनीज सामान मांगते थे. मगर, अब उनकी सोच बदल गई है. इसका साफ असर होली की खरीदारी पर दिखा. चाइनीज प्रोडक्ट का बॉयकॉट चल रहा है. कैट भी भारत को चीन में बने सामानों से मुक्ति दिलाना चाहता है.


पीएम मोदी ने दी देशवासियों को शुभकामनाएं 


इससे पहले पीएम मोदी ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर देशवासियों को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा था कि यह रंगों का त्यौहार प्रेम एवं सौहार्द से मनाएं. मैं आशा करता हूं कि यह होली आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह भर दे. रविवार रात लोगों ने देशभर में होलिका दहन के कार्यक्रम में हिस्सा लिया.


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