Health Insurance Coverage: हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) से जुड़ी एक अच्छी खबर सामने आ रही है. इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) ने बुधवार को देश में गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को इंश्योरेंस सुविधा देने की पहल शुरू की है. आईआरडीएआई ने सभी स्वास्थ्य बीमा कंपनियों से कहा है कि, अब दिव्‍यांग (Disabilities Persons), एचआईवी (HIV-AIDS) और मानसिक बीमारी (Mental illness) से पीड़ितों को हेल्थ पॉलिसी में शामिल करने पर जोर दिया जाये. जिससे इन्हें भी बीमा कवर का लाभ मिल सके. 


आईआरडीएआई ने जारी किया सर्कुलर


IRDAI ने अपने एक सर्कुलर में जानकारी दी है कि, सभी सामान्य और स्वास्थ्य बीमा के कारोबार से जुड़ी कंपनियों को पंजीकरण प्रमाण-पत्र जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि, उन्हें अनिवार्य रूप से अपने संबंधित उत्पादों को तुरंत लॉन्च और पेश करना होगा. बीमा नियामक ने लगभग 1 साल पहले, स्वास्थ्य बीमाकर्ताओं को नियमित स्वास्थ्य बीमा कवरेज में मानसिक बीमारियों को जोड़ने के लिए कहा था. लेकिन कुछ ही कंपनियों पर इसका असर दिखा. सभी कंपनियों ने इस तरह की पेशकश नहीं की है.


गंभीर बीमारियों से पीड़ितों को मिले लाभ 


बीमा नियामक की ओर से, स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों में अब दिव्‍यांग व्यक्तियों, एचआईवी/एड्स जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ितों और मानसिक बीमारी (Mental illness) वाले पीड़ितों को हेल्थ कवर की सुविधा का लाभ मिलना चाहिए. ऐसी बीमारी वाले लोगों के लिए विशिष्ट कवर की पेशकश करने के लिए कहा गया है. बीमा कंपनी ऐसा करके अपने कार्य का दायरा बढ़ा सकती है.


जरूरी हुआ हेल्थ इंश्योरेंस 


देश में महंगाई चरम पर चल रही है. वही हॉस्पिटलों में इलाज के खर्चे बढ़ते जा रहे है. अगर आपके परिवार में अचानक कोई मेडिकल इमर्जेंसी आ जाती है, तो आपका जमा पैसा तुरंत हॉस्पिटल के खर्च में लग जाता है. जिससे बचने के लिए हर व्यक्ति को हेल्थ इंश्योरेंस लेना काफी जरूरी हो गया है. हेल्थ इंश्योरेंस प्लान किसी मेडिकल इमर्जेंसी जैसे सर्जरी या किसी अन्य गंभीर बीमारी के कारण पड़ने वाले आर्थिक दबाव को आसानी से झेलने में आपकी आर्थिक मदद करता है.


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