HDFC Bank Hike Loan Rates: प्राइवेट सेक्टर के प्रमुख बैंकों में से एक HDFC ने आरबीआई के मौद्रिक नीति कमिटी के फैसले के एलान से पहले ही लोन के ब्याज दर में इजाफा कर दिया था. एचडीएफसी बैंक ने बेंचमार्क मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में इजाफा किया है. इसमें 15 बेसिस प्वॉइंट तक की बढ़ोतरी की है. बढ़ी हुई दर 7 जून 2023 से प्रभावी है.


मौजूदा MCLR कितना हुआ 


एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, ओवरनाइट के लिए एमसीएलआर में 15 बीपीएस बढ़ाकर 8.10 फीसदी कर दिया गया है. एक महीने के लिए HDFC का MCLR 10 bps बढ़ाकर 8.20 फीसदी कर दिया है. तीन महीने के लिए एमसीएलआर 10 बीपीएस बढ़कर 8.50 फीसदी हो चुका है. 


छह महीने के MCLR में सिर्फ 5 प्वॉइंट की बढ़ोतरी की गई है और यह 8.80 फीसदी से बढ़कर 8.85 फीसदी हो चुका है. एक साल के टेन्योर के लिए एमसीएलआर में कोई बदलाव नहीं हुआ है और यह 9.05 फीसदी है. इसके अलावा, दो साल के टेन्यार पर एमसीएलआर 9.10 फीसदी और तीन साल के टेन्योर पर एमसीएलआर 9.20 फीसदी है. 


किनपर पड़ेगा असर 


मई में, एचडीएफसी बैंक ने कुछ ही टेन्योर के लिए एमसीएलआर को 15 बीपीएस तक बढ़ाया है. इस एमसीएलआर का असर एचडीएफसी के होम लोन ग्राहकों पर नहीं होगा, क्योंकि अधिकांश बंधक एचडीएफसी लिमिटेड, एचडीएफसी के मूल व्यवसाय के माध्यम से प्राप्त किए जाते हैं. ये दरें केवल पर्सनल लोन और कार लोन (अस्थायी दर लोन) और एमसीएलआर से जुड़े अन्य लोन के पुराने कर्जदारों पर लागू होगा. 


एमसीएलआर क्या है 


मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट या एमसीएलआर लोन पर लिया गया मिनिमम ब्याज है. इसे लोन के लिए लोवर इंटरेस्ट रेट भी कह सकते हैं. इससे कम ब्याज पर कोई भी बैंक ग्राहकों को लोन पेश नहीं कर सकते हैं. इसे समय समय पर आवश्यकता अनुसार बदला जा सकता है. 


आरबीआई ने नहीं बदला रेपो रेट 


भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. पिछले मौद्रिक नीति समिति की बैठक में लिए गए फैसले की तरह ही इस बार फिर रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यह अभी भी 6.50 फीसदी पर स्थिर रखा गया है. ऐसे में संभावना है कि बैंक आपको होम लोन के ब्याज दर में कटौती कर सकते हैं. 


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