जेरोधा को पीछे छोड़ते हुए Groww ​एक्टिव निवेशकों के मामले में सबसे बड़ी ब्रोकरेज कंपनी बन गई है. इसका मतलब है कि फिनटेक स्टार्टअप ग्रो के पास अभी एक्टिव इंवेस्टर सबसे ज्यादा हैं. एनएसई के मुताबिक, ग्रो के पास 6.63 मिलियन एक्टिव इंवेस्टर हैं, जबकि जेरोधा के पास कुल 6.48 मिलियन एक्टिव इंवेस्टर थे. 


मार्च 2021 में Zerodha के पास 3.4 मिलियन कस्टमर थे, जबकि ग्रो के पास 0.78 मिलियन कस्टमर थे. तब से लेकर जेरोधा ने दोगुना बढ़ोतरी दर्ज की है. वहीं पिछले दो साल के दौरान ग्रो के यूजर्स में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखी गई और यह 750 फीसदी का इजाफा रहा.  


वित्त वर्ष 2023 के अंत में देश की पहली और सबसे बड़ी डिस्काउंट ब्रोकर कंपनी जेरोधा ने बढ़कर 6.39 मिलियन कस्टमर को जोड़ा, जबकि ग्रो के पास 5.37 मिलियन कस्टमर थे. ग्रो ने वित्त वर्ष 2021 में 0.78 मिलियन यूजर से 2022 में 3.85 मिलियन और वित्त वर्ष 2023 में 5.78 मिलियन इंवेस्टर हासिल किए. इसके अलावा, कुछ अन्य ब्रोकरेज कंपनियों ने अच्छी ग्रोथ हासिल की. 


क्यों पॉपुलर हैं ये ब्रोकरेज कंपनियां 


ग्रो और अपस्टॉक्स ने तेजी से यूजर्स को अपने प्लेटफॉर्म पर जोड़ा है. ये कंपनियां कस्टमर से अकाउंट खोलने और मेंटिनेंस का चार्ज नहीं करती हैं, जिस कारण ये ज्यादा पॉपुलर हैं. वहीं फोनपे के पास 200 मिलियन पेमेंट कस्टमर हैं. ये भी स्टॉक मार्केट में ब्रोकरेज के तौर पर इंटर हुआ है. 


ग्रो से पांच गुना ज्यादा जेरोधा का रेवेन्यू 


सितंबर महीने के समाप्त होने के दौरान डीमैट अकाउंट की संख्या 12.97 करोड़ थी. वहीं एनएसई डाटा के मुताबिक 3.34 करोड़ भारतीय साल में कम से कम एक बार ट्रेड करते हैं. गौरतलब है कि दिलचस्प बात यह हैं कि जेरोधा का रेवेन्यू ग्रो से पांच गुना से भी ज्यादा है. वित्त वर्ष 2023 के दौरान जेरोधा ने पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में रेवेन्यू में 39 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और 6,875 करोड़ रुपये हो गई है, जो पिछले वित्त वर्ष 2,907 करोड़ रुपये थी. 


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