Wheat-Atta Price Hike: बुधवार 15 फरवरी 2023 को केंद्र सरकार ने 901 करोड़ रुपये का 385000 टन गेहूं खुले बाजार में बेचा है. सेंट्रल पूल से ऑक्शन के जरिए गेहूं बेचने का ये दूसरा चरण था जिससे गेहूं की आसमान छूती कीमतों पर काबू किया जा सके. लेकिन हालत ये है कि दो चरणों में खुले बाजार में सरकार के गेहूं बेचने के बाद भी कीमतों में नरमी अब तक नहीं आई है. 


कीमतों पर लगाम लगाने की कोशिश 


केंद्र सरकार ने सेंट्रल पूल से 3 मिलियन टन गेहूं खुले बाजार में बेचने का लक्ष्य रखा है. जो मार्च के दूसरे हफ्ते तक हर बुधवार को ई-ऑक्शन के जरिए बेचा जाएगा. फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ये गेहूं बेच रही है. सरकार एक तरफ खुले बाजार में गेहूं बेच रही है इसके बावजूद ना तो गेहूं और ना आटा के दाम घटे हैं. खुद सरकार के आंकड़े इस बात की तस्दीक कर रहे हैं.   


खुदरा बाजार में महंगा आटा 


उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक एक फरवरी 2023 को आटा का औसत मुल्य 35 रुपये प्रति किलो था और अभी भी ये 35 रुपये प्रति किलो के करीब मिल रहा है. गेहूं जहां 29 रुपये प्रति किलो में मिल रहा था वो 17 फरवरी 2023 को 50 पैसे किलो घटकर 28.50 रुपये प्रति किलो में मिल रहा है. हालांकि खुदरा बाजार में आटा के दाम घटने का नाम नहीं ले रहे हैं. खुदरा बाजार में अभी भी पैक्ड ब्रांडेड आटा का 10 किलो का पैकेट 410 से 426 रुपये में मिल रहा है. यानि एक किलो आटा 40 से 43 रुपये प्रति किलो में मिल रहा है. 


बढ़ते तापमान से फसल को नुकसान की आशंका 


इस वर्ष रबी सीजन में गेहूं की बंपर पैदावार की उम्मीद जताई जा रही है. लेकिन फरवरी के दूसरे फखवाड़े में जैसे-जैसे तापमान बढ़ रहा है गेहूं की फसल को लेकर चिंता बढ़ने लगी है. सामान्य से 3 से 4 डिग्री तापमान ज्यादा है जिससे गेहूं की फसल को नुकसान हो सकता है जैसे बीते साल देखने को मिला था. अगर तापमान में बढ़ोतरी हुई तो गेहूं की फसल को लेकर चिंता बढ़ सकती है ऐसे में सस्ते गेहूं और आटा के संभावना पर भी पानी फिर सकता है. 


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