Rice Production: केंद्र सरकार जल्द ही चावल के एक्सपोर्ट पर लगा बैन हटा सकती है. सरकार के पास पर्याप्त मात्रा में चावल का स्टॉक है और अच्छे मानसून की उम्मीद के बीच बुवाई के भी बढ़ने की पूरी संभावना है. इसके चलते अगले महीने तक सरकार चावल निर्यात पर से बैन हटाने की तैयारी कर रही है. सरकार ने चावल की कीमतें बढ़ने की आशंका के चलते पिछले साल एक्सपोर्ट पर बैन लगाया था. 


अच्छी बुवाई होने पर हटाया जा सकता है बैन 


एक वरिष्ठ अधिकारी ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस को बताया कि खरीफ का सीजन नजदीक आ चुका है. अगर सीजन में बुवाई अच्छी होती है तो प्रतिबंध हटाने पर विचार किया जा सकता है. हालांकि, यह फैसला मानसून पर भी निर्भर करेगा. मौसम विभाग द्वारा उम्मीद जताई जा रही है कि अगले महीने मानसून केरल पहुंच जाएगा. इसके साथ ही चावल की बुवाई शुरू हो जाएगी. जून और जुलाई में बारिश का दौर जारी रहने के साथ ही चावल की बुवाई भी बढ़ती रहेगी. उन्होंने बताया कि फिलहाल सरकार के पास चावल का अच्छा स्टॉक है. 


मौसम विभाग ने अच्छी बारिश की उम्मीद जताई 


पिछले महीने ही मौसम विभाग ने अनुमान लगाया था कि इस साल जून से सितंबर तक नॉर्मल से ज्यादा बारिश हो सकती है. मौसम विभाग को 90 फीसदी उम्मीद है कि भारत में इस साल नॉर्मल से अधिक की रेंज में बारिश होगी. पिछले साल कम बारिश के चलते चावल की बुवाई प्रभावित हुई थी. इस साल मार्च में चावल की कीमतों में 12 फीसदी से ज्यादा का उछाल आया था. हालांकि, अगले कुछ महीनों में कीमतें घटने लगेंगी. महंगाई भी नियंत्रण में रहने की उम्मीद है. ऐसे में अनुकूल माहौल बनने पर चावल निर्यात पर से प्रतिबंध घटाया जा सकता है. 


एफसीआई के भंडार से हो रही भारत राइस की बिक्री 


फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) के पास चावल का पर्याप्त भंडार है. नाफेड, एनसीसीएफ और केंद्रीय भंडार भी भारत राइस (Bharat Rice) बेचने के लिए एफसीआई से खरीद कर रहे हैं. भारत राइस को 29 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचा जा रहा है.


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