Arhar Dal Price Hike: अरहर दाल की बढ़ती कीमतों और जमाखोरी पर केंद्र सरकार हरकत में आ गई है. अरहर दाल के स्टॉक पर नजर रखने और होर्डिंग के बाजार में अरहर दाल की कमी करने वालों की पहचान कर कार्रवाई करने के लिए सरका ने कमिटी बनाने का फैसला किया है. जागो ग्राहकों जागो की एडिशनल सेक्रेटरी निधि खरे की अध्यक्षता में इस कमिटी का गठन किया गया है. 


उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने निधि खरे की अध्यक्षता में कमिटी का गठन किया है जो राज्य सरकारों के कॉर्डिनेशन में कार्य करेंगी जिससे अरहर दाल के स्टॉक का खुलासा किया जा सके. ये कमिटी इंपोर्टर, मिल मालिकों, स्टॉकिस्ट, ट्रेडर्स के स्टॉक पर निगरानी रखेगी. सरकार को ये इनपुट मिला था कि पर्याप्त मात्रा में अरहर दालों के इंपोर्ट के बावजूद स्टॉक को बाजार में जारी नहीं किया जा रहा है. अरहर दालों की होर्डिंग की जा रही है. और होर्डिंग के जरिए बाजार में जानबूझकर अरहर दालों की कमी बनाने की कोशिश की जा रही है. होर्डिंग के चलते अरहर दाल की कीमतों में दाल के दिनों में उछाल भी देखने को मिला है. 


सरकार की कोशिश जमाखोरों से निपटने से लेकर जानबूझकर दाल की कमी कर कीमतों बढ़ाने वालों पर शिकंजा कसना है जिससे अरहर दालों की कीमतों को काबू में रखा जा सके. उपभोक्ता मंत्रालय ने कहा कि दूसरे दालों के स्टॉक पर भी मंत्रालय नजर बनाये हुए है जिससे कीमतों में किसी भी प्रकार के उछाल के बाद सरकार जरुरी ऐतियाती कदम उठा सके. अगस्त 2022 में सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 के तहत अरहर दाल के स्टॉक के डिस्क्लोजर को लागू करने के लिए एडवाइजरी जारी की थी. 


सरकार ने गैर-एलडीसी देशों से अरहर दाल आयात को लागू करने के लिए 10 फीसदी ड्यूटी को खत्म कर दिया  प्रतिशत शुल्क को हटा दिया है क्योंकि ड्यूटी से शून्य ड्यूटी पर आयात किए जाने पर भी कई प्रकार के दिक्कतें आती हैं.  होली के पहले साबुत अरहर दाल पर इंपोर्ट ड्यूटी को हटा दिया गया था. जिससे मंडियों में मिलने वाली दाल की कीमतें कम हो सके.  देश में साबुत अरहर दाल आयात करने पर ट्रेडर्स को किसी भी प्रकार का आयात शुल्क नहीं देना पड़ेगा. 


उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के डाटा के मुताबिक अरहर दाल के दामों में थोड़ी तेजी आई है. 2 फरवरी 2023 को अरहर दाल का औसत मूल्य 110.99 रुपये प्रति किलो तो 27 मार्च को 114.44 रुपये प्रति किलो पर जा पहुंचा है. यानि दो महीने से भी कम समय में अरहर या टूअर दाल की कीमतों में 3.10 फीसदी की उछाल आई है. 2024 में लोकसभा से लेकर इस वर्ष कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में सरकार किसी भी हाल में अरहर दाल की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं होने देना चाहती है. 


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