Google Layoffs News: गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कंपनी से बड़ी संख्या में कर्मचारियों के निकालने पर सफाई पेश की है. उन्होंने बताया कि अगर कंपनी से छंटनी नहीं की जाती थी गूगल के लिए हालात और बिगड़ सकते थे. कंपनी की ग्रोथ हर दिन कम हो रही थी. ब्लूमवर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनल मीटिंग में गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने बताया कि कर्मचारियों की 6 फीसदी कमी का फैसला फाउंडर्स और बोर्ड के सलाह के बाद लिया है. 


हालात और हो सकते थे खराब 


गूगल के सीईओ ने कहा कि कर्मचारियों को निकालने का फैसला जल्द नहीं किया जाता, तो हालात और खराब हो सकते थे. सुंदर पिचाई ने आगे कहा कि बोनस कंपनी के प्रदर्शन से जुड़े हुए हैं. इस कारण सभी सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और उससे उपर के लोगों के सालाना बोनस में अच्छी खासी कमी की गई है. 


12,000 लोगों के छंटनी की घोषणा 


Google बिते शुक्रवार यानी 20 जनवरी, 2023 को 12,000 लोगों के छंटनी का ऐलान किया था. गूगल अब अधिक संख्या में लोगों को नौकरी पर रखने के बाद सबसे ज्यादा कर्मचारियों को निकालने वाली दिग्गज कंपनी बन चुकी है. पिचाई ने कहा कि कंपनी के ग्रोथ और काम को बेहतर करने के लिए ये कटौती जरूरी थी कटौती के बारे में अटकलें महीनों से चली आ रही थीं. छंटनी का फैसला सावधानी से लिया गया है. 


कर्मचारियों को निकालने पर क्या क्या देगा गूगल 


रॉयटर्स की रिपोर्ट में गूगल के सीईओ ने कहा कि कर्मचारियों को पूरा सपोर्ट दिया जाएगा. कर्मचारियों को 60 दिन के नोटिफिकेशन पीरियड का पैसा देगी. साथ ही 16 हफ्ते की अतिरिक्त सैलरी और वकेशन पैकेज देगी. इसके अलावा, साल 2022 का बोनस, 6 महीने का हेल्थकेयर, जॉब प्लेसमेंट सर्विसेज और इमिग्रेशन सपोर्ट भी देगी. बता दें कि ये नियम अमेरिका में काम कर रहे लोगों के लिए है.  


अमेरिका के बाहर गूगल का नियम 


अमेरिका के बाहर कर्मचारियों के लिए कंपनी स्थानीय नियमों के तहत पूरा सपोर्ट देगी. साथ ही पहले महीने में 80 दिन का बोनस जारी करेगी और बाकी आगे के महीनों में जारी किया जाएगा.


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