SBI Report on GDP: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की शोध रिपोर्ट ईकोरैप के अनुसार देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में 5.8 फीसदी की दर से बढ़ सकता है. देश की अर्थव्यवस्था 2021-22 की दूसरी तिमाही में 8.4 फीसदी की दर से बढ़ी थी. हालांकि, जीडीपी वृद्धि दर जुलाई-सितंबर में इससे पिछली तिमाही के 20.1 फीसदी वृद्धि के मुकाबले कम थी.


कब आएंगे तीसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) 28 फरवरी को चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के लिए जीडीपी अनुमान घोषित करेगा. एसबीआई की इकोरैप रिपोर्ट में आज कहा गया, "एसबीआई नाउकास्टिंग मॉडल के अनुसार वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही के लिए अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 5.8 फीसदी रहेगी. पूरे वर्ष (वित्त वर्ष 2021-22) की जीडीपी वृद्धि का अनुमान 9.3 फीसदी से घटाकर 8.8 फीसदी कर दिया गया है."


ग्रामीण गरीबों के लिए 50,000 रुपये तक के लोन का सुझाव
नाउकास्टिंग मॉडल औद्योगिक गतिविधियों, सेवा गतिविधियों और वैश्विक अर्थव्यवस्था से जुड़े 41 उच्च आवृत्ति संकेतकों पर आधारित है. रिपोर्ट में कहा गया कि घरेलू आर्थिक गतिविधियों में सुधार का आधार अभी व्यापक होना बाकी है, क्योंकि निजी खपत महामारी से पहले के स्तर के मुकाबले कम है. रिपोर्ट ने सुझाव दिया कि सरकार ग्रामीण गरीबों को 50,000 रुपये तक आजीविका ऋण की पेशकश कर सकती है.


देश में कोरोना महामारी से उबरने का क्रम शुरू हुआ
रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि देश में अब अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर संस्थान और दफ्तर खुलने से कार्यबल में तेजी आने की उम्मीद है. आर्थिक तरक्की की रफ्तार को कम करने वाली महामारी के असर के कम होने की बात भी इस रिपोर्ट में कही गई है. देश के सामने फिलहाल कई चुनौतियां हैं जिनका सामना बदले हुए हालातों में करना जरूरी है. 


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