Foreign Portfolio Investment: विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में लगातार 6 महीने बिकवाली की है. लगातार बिकवाली के बाद अप्रैल महीने की शुरुआत थोड़ी राहत के साथ हुई है. अप्रैल महीने में एफपीआई निवेशकों (FPIs) ने अबतक शेयर मार्केट में 7,707 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है. शेयर बाजारों में ‘करेक्शन’ ने एफपीआई को लिवाली का अच्छा मौका दिया है, जिससे इस महीने वे शुद्ध खरीदार रहे हैं. 


जानें क्या है एक्सपर्ट की राय?
मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक, प्रबंधक-शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि एफपीआई प्रवाह को अभी प्रवृत्ति में बदलाव कहना थोड़ा जल्दबाजी होगा. इस मोर्चे पर चीजें ज्यादा स्पष्ट हो सकें इसके लिए अगले कुछ सप्ताह या माह का इंतजार करना होगा.


विदेशी निवेशकों ने किा 7700 करोड़ का निवेश
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 1-8 अप्रैल के दौरान भारतीय शेयरों में शुद्ध रूप से 7,707 करोड़ रुपये का निवेश किया है.


मार्केट के करेक्शन का मिला फायदा
श्रीवास्तव ने कहा कि एफपीआई के प्रवाह से संकेत मिलता है कि उन्होंने अपने पोर्टफोलियो के पुनर्मूल्यांकन को पूरा कर लिया है. इसके अलावा शेयर बाजारों में हालिया ‘करेक्शन’ ने भी उनके लिए निवेश के अवसर खोले हैं. हालांकि, पिछले दो कारोबारी सत्रों में एफपीआई ने बिकवाली की है. ऐसे में अभी एफपीआई प्रवाह की दिशा को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हैं.


फरवरी मार्च में बांड बाजार से भी निकाले पैसे
आपको बता दें इससे पहले अक्टूबर, 2021 से मार्च, 2022 तक छह माह में एफपीआई ने शेयरों से शुद्ध रूप से 1.48 लाख करोड़ रुपये निकाले थे. समीक्षाधीन अवधि में एफपीआई ने शेयरों के अलावा बांड या ऋण मार्केट में भी 1,403 करोड़ रुपये डाले हैं. इससे पिछले दो महीने (फरवरी-मार्च) के दौरान उन्होंने बांड बाजार से 8,705 करोड़ रुपये निकाले थे.


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