फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो को करोड़ों रुपये का झटका लग सकता है. कंपनी को गुजरात में जीएसटी डिपार्टमेंट से पेनल्टी नोटिस मिला है, जिसमें 8 करोड़ रुपये से ज्यादा की डिमांड की गई है. नोटिस गुजरात के डिप्टी कमिश्नर ऑफ स्टेट टैक्स की ओर से आया है.


इस कारण मिला जीएसटी पेनल्टी नोटिस


कंपनी ने जीएसटी पेनल्टी डिमांड नोटिस के बारे में शेयर बाजारों को जानकारी दी है. स्टॉक एक्सचेंज के पास की गई रेगुलेटरी फाइलिंग के अनुसार, जोमैटो को यह नोटिस वित्त वर्ष 2018-19 के लिए मिला है. जीएसटी डिपार्टमेंट ने रिटर्न और अकाउंट का ऑडिट करने के बाद जीएसटी को ये नोटिस भेजा है. नोटिस के अनुसार, कंपनी ने इनपुट टैक्स क्रेडिट का ज्यादा लाभ उठा लिया है, जबकि जीएसटी का भुगतान कम किया है.


ब्याज-जुर्माना जोड़कर इतना हुआ आंकड़ा


एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, गुजरात जीएसटी ने 4 करोड़ रुपये से ज्यादा का डिमांड ऑर्डर भेजा है. ब्याज और जुर्माने को जोड़ने के बाद पूरी रकम साढ़े आठ करोड़ रुपये से ज्यादा हो जाती है. डिमांड ऑर्डर का सटीक आंकड़ा 4,11,68,604 रुपये का है. इंटरेस्ट और पेनल्टी जोड़ने के बाद आंकड़ा 8,57,77,696 रुपये पर पहुंच जाता है.


कंपनी को मिला था कारण बताओ नोटिस


इससे पहले जोमैटो को जीएसटी डिपार्टमेंट ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था. बकौल जोमैटो, उसने जीएसटी डिपार्टमेंट के कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया था और उसने हर मुद्दे पर स्थिति साफ करने का प्रयास किया था. जोमैटो का कहना है- संभवत: जीएसटी डिपार्टमेंट ने डिमांड ऑर्डर पास करते समय जवाब को पूरी तरह से कंसिडर नहीं किया.


जोमैटो को है इस बात का भरोसा


कंपनी इस डिमांड ऑर्डर के खिलाफ अपील करने वाली है. जोमैटो को यकीन है कि अपीलीय प्राधिकरण में फैसला उसके हक में आएगा और उसके ऊपर इसके चलते कोई वित्तीय बोझ नहीं आएगा. हालांकि फैसला प्रतिकूल होने पर जोमैटो को साढ़े आठ करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान करना पड़ सकता है.


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