Job Insurance: कोरोना काल में लोगों के रोजगार पर सबसे अधिक मार पड़ी है. खासतौर पर प्राइवेट सेक्टर में बड़ी संख्या में लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी है. ऐसे में जरूरी है कि ऐसी व्यवस्था की जाए कि नौकरी जाने की स्थिति में किसी तरह की वित्तीय संकट का सामाना नहीं करना पड़े. इस काम में जॉब इंश्योरेंस आपकी बहुत मदद कर सकती हैं. जानते है जॉब इंश्योरेंस के बारे में:-


जॉब इंश्योरेंस की खास बातें



  • इस पॉलिसी के तहत अगर पॉलिसीधारक की नौकरी चली जाती है तो उसे और उसके परिवार को कुछ अवधि के लिए वित्तीय सुरक्षा मिलती है.

  • हालांकि वित्तीय सुरक्षा तभी मिलती है जब पॉलिसी में दिए गए कारणों की वजह से ही पॉलिसीधारक की नौकरी गई हो.

  • भारत में ये कारण कोई गंभीर बीमारी या दुर्घटना के कारण पूरी या स्थाई तौर पर दिव्यांग होना हो सकता है.

  • जॉब इंश्योरेंस स्टैंडअलोन पॉलिसी नहीं है. इसका मतलब है कि भारत में इस पॉलिसी को अलग से नहीं लिया जा सकता है.

  • इसे मुख्य पॉलिसी के साथ ऐड ऑन कवर की तरह लिया जा सकता है.

  • आमतौर पर आप इसे हेल्थ इंश्योरेंस या फिर होम इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ ले सकते हैं.


क्या कवर होता है



  • अगर पॉलिसी में बताए गए कारणों से आपकी नौकरी जाएगी तो आपको कवर मिलेगा.

  • अस्थाई तौर पर निलंबित हो जाने की स्थिति में भी कवर मिलता है.


कौन ले सकता है ये पॉलिसी



  • आवेदक की आय सैलरी के तौर पर होनी चाहिए.

  • आवेदक जिस कंपनी में नौकरी कर रहा है, वह रजिस्टर्ड होनी चाहिए.

  • यह खुद से काम करने वाले ये पॉलिसी नहीं ले सकते हैं.


कैसे करना है क्लेम



  • अगर पॉलिसीधारक की नौकरी चली जाती है तो उसे बीमा कंपनी को इसकी जानकारी देनी होती है.

  • पॉलिसीधारक को नौकरी ना होने का प्रमाण भी देना होता है. इसके साथ दूसरे दस्तावेज भी देने होते हैं.

  • तमाम दस्तावेजों के वेरिफिकेशन के बाद बीमा कंपनी क्लेम देती है.


कब नहीं मिलता क्लेम



  • अगर पॉलिसीधारक की नौकरी खराब काम करने, बेईमानी या धोखाधड़ी करने के चलते गई है तो कवर नहीं मिलेगा.

  • अगर नौकरी प्रोबेशन पीरियड के दौरान गई है तो कवर नहीं मिलेगा.

  • स्वेच्छिक सेवानिवृति में भी कवर नहीं मिलेगा.

  • अस्थाई कॉन्ट्रैक्ट पर नौकरी करने वालों के लिए कोई कवर नहीं .


(यहां ABP News द्वारा किसी भी योजना में निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है. यहां दी गई जानकारी का सिर्फ़ सूचित करने का उद्देश्य है. किसी भी स्कीम में पैसा जमा करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लें)