नई दिल्ली: भारतीय शेयर बाजार में पिछले कुछ कारोबारी सत्रों से लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. बजट से पहले शेयर बाजार में करेक्शन का अनुमान पहले से ही लगाया जा रहा था. हालांकि अब शेयर बाजर से जुड़ा एक चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है. शेयर बाजार में बजट 2021 से एक दिन पहले के कारोबारी दिन (29 जनवरी) को एफआईआई ने जमकर बिकवाली की है.


बजट 2021 से पहले विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की ओर से भारतीय शेयर बाजारों से जमकर पूंजी निकासी की जा रही है. यह सिलसिला 29 नवंबर शुक्रवार को भी जारी रहा. एफआईआई की ओर से शुक्रवार को इतनी बिकवाली की गई कि आंकड़ा 10 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया.


एक फरवरी सोमवार को 2021-22 के लिए केंद्रीय बजट की घोषणा से पहले घरेलू इक्विटी बाजार के शुक्रवार के कारोबारी सत्र में विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से 10 महीनों में सबसे ज्यादा शुद्ध बिकवाली रिकॉर्ड की गई है. इससे पहले मार्च 2020 में कोरोना वायरस के शुरुआती दिनों में इतनी बड़ी बिकवाली देखने को मिली थी.


10 महीने पहले हुई थी बड़ी बिकवाली


एनएसडीएल के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में 5,930.7 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. बिकवाली के दबाव के कारण निफ्टी-50 और बीएसई सेंसेक्स 1 फीसदी से भी ज्यादा टूट गए. इससे पहले घरेलू बाजारों में कोविड-19 के शुरुआती दिनों में एफआईआई ने एक दिन की रिकॉर्ड सेलिंग 13 मार्च 2020 को की थी, तब एक दिन में एफआईआई ने 6,027 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे.


एफआईआई की ओर से शुक्रवार की बिकवाली पिछले पांच सत्रों से चल रही गिरावट में भी सबसे ज्यादा रही है. वहीं हाल के महीनों में इसे सबसे बड़ी बिकवाली के तौर पर भी देखा जा रहा है लेकिन इस बात को भी दरकिनार नहीं किया जाना चाहिए कि एफआईआई जनवरी 2021 में भारतीय इक्विटी शेयरों में 3 अरब डॉलर से ज्यादा की खरीद भी कर चुके हैं.


यह भी पढ़ें:
Economic Survey 2021: ऑनलाइन एजुकेशन की तरफ बढ़ा सरकार का फोकस, सर्वे में शैक्षिक परिणाम में अंतर खत्म होने की कही बात