EPFO: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने करोड़ों खाताधारकों को बड़ी खुशखबरी देते हुए एंप्लाई प्रोविडेंट फंड (EPF) पर ब्याज बढ़ा दिया है. समाचार एजेंसी पीटीआई के सूत्रों के मुताबिक एंप्लाई प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) ने 8.15 फीसदी की दर से ब्याज देने का फैसला कर लिया है. इससे पिछले वित्त वर्ष के लिए ईपीएफओ की ओर से 8.10 फीसदी की दर से ब्याज दिया जा रहा था.


EPFO ने बढ़ाया ब्याज


एंप्लाई प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन की ओर से वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ईपीएफ खाताधारकों के लिए 8.15 फीसदी की ब्याज दर देने का फैसला लिया गया है. इस तरह से देश को 6 करोड़ से अधिक ईपीएफ खाताधारकों को बढ़ा हुआ ब्याज मिलेगा और उनके खाते में ज्यादा पैसे आएंगे. 2021-22 के लिए EPFO ने पर ब्याज दर को घटाकर 8.1 फीसदी कर दिया था जो पिछले चार दशक के निचले स्तर पर आ गया था. वित्त वर्ष 2020-21 में ये 8.5 फीसदी पर रहा था.



वित्त मंत्रालय निकालेगा नोटिफिकेशन


पिछले साल यानी साल 2021-22 के लिए ये ब्याज दर 8.1 फीसदी की दर पर रही थी. ये ब्याज दर पिछले 40 सालों में सबसे कम रही थी और सरकार के इस फैसले का काफी विरोध भी देखने को मिला था.


सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) की ओर से जैसे ही ब्याज दरें तय की जाती है, वित्त मंत्रालय को इन ब्याज दरों के प्रभाव में आने का नोटिफिकेशन निकालना होता है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) बोर्ड  की दो दिवसीय बैठक कल यानी 27 मार्च 2023 से शुरू हुई थी.अनुमान के मुताबिक ईपीएफओ के करीब 6 करोड़ सदस्य हैं और ईपीएफओ करोड़ों कर्मचारियों के 27.73 लाख करोड़ रुपये को मैनेज करती है. आज इस खबर के आने से देश के 6 करोड़ खाताधारकों को बड़ी खुशखबरी मिली है. आज श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव 2022-23 के ईपीएफ रेट का एलान कर सकते हैं. 


पहले की ब्याज दरें जानें


मार्च 2020 में ईपीएफओ ने साल 2019-20 के लिए ब्याज दर घटाकर 8.5 फीसदी पर कर दी थी जो इसके पिछले 7 सालों का सबसे निचला स्तर था. साल 2018-19 में ईपीएफ की ब्याज दर 8.65 फीसदी पर रही थी.


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