Elon Musk Tesla Shares Fall in 2024: विश्व की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला के शेयरों में गिरावट का सिलसिला जारी है. कंपनी के शेयरों में साल 2024 की शुरुआत से लेकर अब तक 37 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. टेस्ला के शेयरों में आई गिरावट का असर कंपनी के मार्केट वैल्यूएशन पर भी पड़ा है और यह घटकर 500 बिलियन डॉलर से कम हो गई है. कंपनी के शेयरों में गिरावट के पीछे मुख्य कारण है डिमांड की कमी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी डिमांड की कमी से जूझ रही है. ऐसे में अब कंपनी ने बड़े पैमाने पर छंटनी का भी प्लान बनाया है.


टेस्ला के शेयरों में आई इतनी गिरावट


मंगलवार को न्यूयॉर्क के स्टॉक मार्केट में टेस्ला के शेयरों में 2.7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है और यह 157.11 डॉलर पर बंद हुआ. इससे पहले शेयर दिनभर में न्यूनतम 153.75 डॉलर पर भी पहुंच गए थे. ऐसे में कंपनी के शेयरों में साल 2024 में कुल 37 फीसदी की कमी देखी गई है. खास बात ये है कि टेस्ला के शेयरों में आई गिरावट के बाद शेयरधारकों का 290 बिलियन डॉलर डूब चुके हैं. कंपनी की अप्रैल 2023 से ही मार्केट कैप 500 बिलियन डॉलर के नीचे चल रही है.


टेस्ला ने किया छंटनी का ऐलान


सोमवार को टेस्ला ने मार्केट में गिरती डिमांड को देखते हुए कंपनी ने बड़े पैमाने पर छंटनी का ऐलान किया है. कंपनी अपने ग्लोबल वर्कफोर्स में 10 फीसदी से अधिक कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है. दिसंबर 2023 तक कंपनी में कुल 1,40,473  कर्मचारी थे. ऐसे में कंपनी की छंटनी के ऐलान के बाद से कम से कम 15,000 लोगों को नौकरी से निकाला जा सकता है. इस मामले पर एलन मस्क ने अपने कर्मचारियों को मेल भेजकर कहा है कि कंपनी में कुछ एरिया में जॉब्स और रोल्स में दोहराव हो रहा है. ऐसे में कंपनी को अगले फेज की ग्रोथ के लिए तैयार करने के लिए लागत में कटौती करके प्रोडक्शन में बढ़ाने के लिए कंपनी ने यह फैसला लिया है. इसके लिए कंपनी ने कठिन निर्णय लेते हुए ग्लोबल वर्कफोर्स में 10 फीसदी कमी करने जा रही है.


मस्क आ रहे भारत


विश्व के टॉप अरबपतियों की लिस्ट में शामिल एलन मस्क अगले हफ्ते भारत आने वाले हैं. इस यात्रा में वह पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे. मस्क की भारत यात्रा के कई खास मायने हैं. मस्क भारत में अपनी यात्रा के दौरान कई जरूरी निवेश योजनाओं का ऐलान कर सकते हैं. मस्क की कंपनी टेस्ला और स्‍पेस एक्‍स (Space X) भी भारत में एंट्री ले सकता है. टेस्ला के भारत में एंट्री के बाद से देश में एक अच्छा EV इको-सिस्टम तैयार हो सकता है जो कि लोकल कंपनियों के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है. इसके साथ ही मस्क की यात्रा से उम्मीद जताई जा रही है कि देश में स्पेस सेक्टर में FDI को मिली छूट के बाद से भारत में जल्द ही स्पेस एक्स की भी शुरुआत हो सकती है.


भारत से मस्क को भी बड़ा फायदा हो सकता है. पिछले कुछ महीनों में मस्क की टेस्ला को कई यूरोपियन और चीनी ईवी कंपनियों से कड़ी टक्कर मिली है. ऐसे में अगर टेस्ला अपनी जड़े भारत में मजबूत करता है तो उसे एक बहुत बड़ा कंज्यूमर मार्केट मिल सकता है.


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