Core Sectors Growth: देश के 8 कोर सेक्टर्स का उत्पादन सितंबर के महीने में अच्छी बढ़ोतरी के साथ दिखा है. कोयला, उर्वरक, सीमेंट और बिजली क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन से सितंबर में आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 7.9 फीसदी बढ़ा है. आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. केन्द्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय द्वारा हर साल जारी किये जाने वाले कोर सेकटर से भारतीय व्यवस्था की सेहत को भी जाना जाता है.


पिछले साल के आंकड़ों को देखें तो एक साल पहले समान महीने में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 5.4 फीसदी रही थी. वहीं अगस्त, 2022 में बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 4.1 फीसदी बढ़ा था.  वहीं चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 9.6 फीसदी बढ़ा है. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान छमाही में बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 16.9 फीसदी बढ़ा था. सरकार की ओर से जारी रिलीज में कहा गया है कि जून 2022 के लिए 8 कोर सेक्टर्स के लिए फाइनल ग्रोथ रेट 13.1 फीसदी पर आई है जो कि इसके प्रोविजनल लेवल 12.7 फीसदी से ज्यादा है.



8 कोर सेक्टर्स के अलग-अलग आंकड़े जानें
सितंबर में कोयला उत्पादन साल दर आधार पर 12 फीसदी बढ़ा और बिजली उत्पादन 11 फीसदी बढ़ा है. वहीं रिफाइनरी प्रोडक्ट्स आउटपुट में सालाना आधार पर 6.6 फीसदी की बढ़त देखी गई है. जबकि फर्टिलाइजर्स या उर्वरक की उत्पादन दर पिछले साल के मुकाबले 11.8 फीसदी रही है. सितंबर 2022 में स्टील आउटपुट 6.7 फीसदी की दर से बढ़ा है वहीं सीमेंट प्रोडक्शन 12.1 फीसदी की दर से ग्रोथ हासिल करने में कामयाब रहा है. क्रूड ऑयल आउटपुट में सितंबर 2022 में 2.3 फीसदी की गिरावट रही. इसके अलावा नैचुरल गैस आउटपुट 11.7 फीसदी की दर से गिरावट दिखा चुका है.


क्या हैं बुनियादी उद्योग या कोर सेक्टर्स 


कोर सेक्टर वह इंडस्ट्रीज होती हैं जो किसी भी इकोनॉमी के मुख्य उद्योग होते हैं, इनका अर्थव्यवस्था में बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जिसमें इनका भार या वेटेज भी शामिल होता है. अगर भारत के कोर सेक्टर्स का भार या वेटेज देखें तो पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद (28.04 फीसदी), विद्युत् उत्पादन (19.85 फीसदी), स्टील उत्पादन (17.92 फीसदी), कोयला उत्पादन (10.33 फीसदी), कच्चा तेल उत्पादन (8.98 फीसदी), प्राकृतिक गैस उत्पादन (6.88 फीसदी), सीमेंट (5.37 फीसदी), उर्वरक (2.63 फीसदी) के वेटेज के साथ  प्रमुख स्थान रखते हैं. ये देश की आर्थिक विकास दर कैसी रहने वाली है, इसका संकेत भी देते हैं. आठ बुनियादी उद्योगों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, इस्पात, सीमेंट और बिजली आते हैं.


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