Edible Oil: ग्लोबल मार्केट में खाने वाले तेल की कीमतों में गिरावट का असर घरेलू बाजार में भी दिखा है. देशभर में आयात किए जाने वाले तेल की कीमतों में गिरावट आई है. वहीं, देशी तेल की मांग में सुधार देखने को मिला है. तो आइए चेक करें किस तेल का क्या भाव हो गया है-


बिनौला की मांग में आया सुधार
बाजार सूत्रों ने बताया कि नमकीन बनाने वाली कंपनियां ज्यादातर अपने इस्तेमाल में गंधहीन खाद्य तेलों- बिनौला, मूंगफली और सूरजमुखी का इस्तेमाल करती हैं और उनकी मांग होने से बिनौला तेल में सुधार आया.


सोयाबीन का कैसा रहा हाल?
उन्होंने कहा कि विदेशों में खाद्य तेलों के दाम में ऐतिहासिक गिरावट आई है. इस गिरावट के बीच कच्चा पामतेल और पामोलीन तेल कीमतें नीचे आई हैं जबकि किसानों द्वारा नीचे भाव पर सोयाबीन की बिकवाली से बचने के कारण सोयाबीन तिलहन के दाम में सुधार है. विदेशी बाजारों के भाव टूटने और सरकार द्वारा रिफाइनिंग करने वाली कंपनियों को 20 लाख टन सोयाबीन और 20 लाख टन सूरजमुखी तेल प्रतिवर्ष आयात का कोटा जारी करने के बीच सोयाबीन तेल कीमतों में गिरावट आई.


शुल्कमुक्त आयात का असर
सरकार के द्वारा अगले दो साल के लिए रिफाइनिंग कंपनियों को शुल्कमुक्त आयात करने की छूट का असर दिख रहा है. अभी सोयाबीन और मूंगफली की बिजाई चल रही है अक्टूबर में सरसों की बिजाई होनी है, लेकिन शुल्कमुक्त आयात की छूट दिये जाने से बिजाई का काम प्रभावित हो सकता है क्योंकि किसानों को अपनी फसल के लिए लाभ के आसार कम दिखते हैं. 


सरसों का बनाया जा रहा रिफाइंड
सू त्रों ने कहा बनाया कि सरसों का इस बार उत्पादन बढ़ा है पर आयातित तेलों के महंगा होने के समय जिस रफ्तार से सरसों का रिफाइंड बनाकर आयातित तेलों की कमी को पूरा किया गया उससे आगे चलकर त्योहारों के मौसम में सरसों या हल्के तेलों की दिक्कत बढ़ सकती है. त्योहारों के दौरान ऑर्डर की कमी होने की वजह से खाने वाले तेल आपूर्ति की दिक्कत देखने को मिल सकती है.


सरसों के तेल के बढ़े रेट्स
सूत्रों ने बताया कि पिछले हफ्ते के मुकाबले बीते सप्ताह सरसों दाने का भाव 75 रुपये बढ़कर 7,485-7,535 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ. सरसों दादरी तेल समीक्षाधीन हफ्ते में 50 रुपये के सुधार के साथ 15,150 रुपये क्विंटल पर बंद हुआ. वहीं, सरसों पक्की घानी और कच्ची घानी तेल की कीमतें भी क्रमश: 25-25 रुपये बढ़कर क्रमश: 2,380-2,460 रुपये और 2,420-2,525 रुपये टिन (15 किलो) पर बंद हुईं.


सोयाबीन दाने की कीमत में आई तेजी
किसानों द्वारा कम कीमत पर बिकवाली से बचने की वजह से समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन दाने और लूज के थोक भाव क्रमश: 90-90 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 6,500-6,550 रुपये और 6,300-6,350 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए.


ग्लोबल मार्केट नुकसान के साथ बंद हुए
समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशों में तेल कीमतों के भाव टूटने से सोयाबीन तेल कीमतें भी नुकसान के साथ बंद हुईं. सोयाबीन दिल्ली का थोक भाव 300 रुपये की हानि के साथ 14,100 रुपये, सोयाबीन इंदौर का भाव 200 रुपये टूटकर 13,800 रुपये और सोयाबीन डीगम का भाव 300 रुपये की गिरावट के साथ 12,400 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ.


मूंगफली की कीमतों में हुआ सुधार
आयातित तेलों के मुकाबले देशी तेलों की मांग होने से समीक्षाधीन सप्ताहांत में मूंगफली तिलहन का भाव 110 रुपये के सुधार के साथ 6,765-6,890 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ. पूर्व सप्ताहांत के बंद भाव के मुकाबले समीक्षाधीन सप्ताह में मूंगफली तेल गुजरात 300 रुपये के सुधार के साथ 15,710 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ जबकि मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड का भाव 55 रुपये सुधरकर 2,635-2,825 रुपये प्रति टिन पर बंद हुआ.


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