देश की सबसे बड़ी टू-व्हीलर कंपनियों में से एक हीरो मोटोकॉर्प सुर्खियों में है. इस बार सुर्खियों की वजह ठीक नहीं है. दरअसल ईडी ने हीरो मोटो के एमडी पवन मुंजाल समेत कुछ लोगों के परिसरों पर हाल ही में छापेमारी की है. ईडी को इस छापेमारी में तो पवन मुंजाल के घर से करोड़ों के जेवर-गहने और कैश मिले हैं.


इसी सप्ताह ईडी ने की कार्रवाई


प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने 69 साल के अरबपति पवन मुंजाल और अन्य लोगों के परिसरों पर मंगलवार को छापेमारी की थी. ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में चल रही जांच से जुड़ी हुई है. इसके तहत ईडी ने मुंजाल के दिल्ली व गुरुग्राम में स्थित घरों व दफ्तरों की तलाशी ली. इसे लेकर पहले ही मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है.


कंपनी ने कहा- कर रहे हैं पूरा सहयोग


देश की सबसे बड़ी टू-व्हीलर कंपनी ने भी ईडी की कार्रवाई के बाद बयान जारी किया था. उसने कहा था कि ईडी के अधिकारी हमारे दिल्ली व गुरुग्राम स्थित कार्यालयों और हमारे एमडी डॉ.पवन मुंजाल के घर पर आए थे. हम एजेंसी के साथ लगातार सहयोग कर रहे हैं. बाद में ईडी ने भी कार्रवाई के बारे में आधिकारिक तौर पर बताया और साथ ही जब्ती की भी जानकारी दी.


इनकम टैक्स डिपार्टमेंट भी मार चुका है छापा


ईडी के अनुसार, इस छापेमारी में उसे करोड़ों के संदेहास्पद सामान मिले हैं, जिनमें 25 करोड़ रुपये मूल्य की विदेशी व भारतीय मुद्राएं, सोने तथा हीरे के आभूषणों और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज शामिल हैं. इससे पहले पिछले साल इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने भी कर चोरी के मामले में मुंजाल व उनसे जुड़े भवनों की तलाशी ली थी. तब आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया था कि उन्हें गलत तरीके से किए गए 800 करोड़ रुपये के कारोबारी खर्च का पता चला है. उसके अलावा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने ये भी कहा था कि उसे दस्तावेजों से दिल्ली में जमीन खरीदने के लिए 60 करोड़ रुपये की अघोषित आय का इस्तेमाल करने की जानकारी मिली है.


पांच साल पहले ऐसे खुला था मामला


दरअसल यह पूरा मामला करीब पांच साल पहले की एक घटना से जुड़ा हुआ है. 20 अगस्त 2018 को मुंजाल लंदन यात्रा पर जा रहे थे. उस दौरान सीआईएसएफ ने उनके साथ जा रहे एक एक्सीक्यूटिव से 81 लाख रुपये की फॉरेन करेंसी बरामद की थी. सीआईएसएफ ने फॉरेन करेंसी उस समय बरामद की थी, जब संलिप्त एक्सीक्यूटिव ब्रिटिश एयरवेज के प्लेन में सवार होने वाला था.


देश से बाहर गई इतने करोड़ की करेंसी


मामला वहीं से खुला और फिर सीबीआईसी की जांच इकाई डीआरआई की शिकायत पर ईडी ने मामला दर्ज किया. इस मामले में थर्ड पार्टी सर्विस प्रोवाइडर कंपनी साल्ट एक्सपीरियंस एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड को भी पार्टी बनाया गया है. ईडी के अनुसार, साल्ट एक्सपीरियंस एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने 2014-2015 से 2018-2019 के दौरान करीब 54 करोड़ रुपये के बराबर विदेशी मुद्रा को अवैध तरीके से देश से बाहर पहुंचाया. इन पैसों का इस्तेमाल पवन मुंजाल के निजी खर्चों के लिए किया गया.


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