Ideas of India 2.0: नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था माल एवं सेवा कर (GST) को लागू हुए कई साल हो चुके हैं, लेकिन अभी भी इसमें इंडस्ट्री को सुधार की गुंजाइश महसूस होती है. गैलेंट ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के चेयरमैन चंद्र प्रकाश अग्रवाल की मानें तो जीएसटी सिस्टम में सुधार किए जाने की जरूरत है और इसके स्लैब की संख्या भी कम की जानी चाहिए.


सुधार नहीं करने से होगा नुकसान


गैलेंट ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक चंद्र प्रकाश अग्रवाल (Chandra Prakash Agrawal, Chairman & Managing Director, Gallant Group Of Industries) शनिवार को एबीपी के आइडियाज ऑफ इंडिया समिट के दूसरे दिन बिल्डिंग टूमॉरोज इकोनॉमी (Building Tomorrow's Economy) सत्र में बातें कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सिस्टम में जरूरी सुधार नहीं किए जाने से ईमानदार टैक्सपेयर भी कर चोरी करने पर मजबूर हो जाएंगे.


नहीं है शिकायतों को दूर करने की व्यवस्था


बकौल अग्रवाल, जीएसटी के मामले में कई अनुपालन को लेकर सुधार किया गया है, लेकिन अभी जीएसटी के स्लैब की संख्या को घटाकर 03 करने की जरूरत है. उन्होंने जीएसटी सिस्टम की खामियों को लेकर कहा, हमें उस जीएसटी को फिर से भरने के लिए कह दिया जाता है, जिसका भुगतान हम पहले ही कर चुके होते हैं. सरकार कर जमा करने के मामले में अपनी अक्षमता का बोझ हमारे ऊपर डाल रही है. इस बारे में कोई गाइडलाइंस भी नहीं है. इस संबंध में शिकायतों को दूर करने की व्यवस्था होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जो लोग अभी ईमानदारी से टैक्स भर रहे हैं, अगर उन्हें दोबारा भरने के लिए कहा जाएगा तो वे भी सिस्टम से चोरी करने पर मजबूर हो जाएंगे.


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बिना इंफ्रा के विकास की बात बेकार


अग्रवाल ने विकास को लेकर हो रही तमाम बातों पर भी बेबाकी से अपनी राय दी. उन्होंने कहा कि बिना बुनियादी संरचना के विकास के बारे में की जाने वाली सारी बातें निरर्थक हैं. उन्होंने कहा, माल की ढुलाई को लेकर स्थिति में सुधार की जरूरत है. बुनियादी संरचना को बेहतर बनाया जाना चाहिए. मालों की ढुलाई के लिए वंदे भारत ट्रेन क्यों नहीं हैं?


ऐसे बनेगी 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था


भारत को आने वाले समय में 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के बारे में अग्रवाल ने कहा कि यह इंडस्ट्री के बिना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि कृषि के साथ भारत जो तरक्की कर सकता है, वह सीमित है. भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में इंडस्ट्री को महत्वपूर्ण भूमिका निभाना है. इंडस्ट्री की ग्रोथ से लोगों के जीवन स्तर में सुधार आएगा.


ये है सफल होने का मंत्र


जीवन में सफलता प्राप्त करने का मंत्र देते हुए गैलेंट ग्रुप के चेयरमैन ने कहा कि इसके लिए कोई शॉर्टकट नहीं है. सफल होने के लिए कठिन परिश्रम और समर्पण की जरूरत है. आपको अपने लक्ष्य के लिए अर्जुन बनना होगा. चुनौतियां आएंगी, लेकिन उनसे निराश होने की जरूरत नहीं है. देश में ऐसे बहुत सारे लोग हैं, जिन्होंने जमीन से शुरुआत की, लेकिन आकाश की ऊंचाइयां छू रहे हैं. जहां तक गैलेंट ग्रुप की बात है, मैं इसकी सफलता से खुश हूं.