PMEAC Member Sanyal: विश्व में मंदी के हालातों को देखते हुए भारत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. इकनोमिक ग्रोथ रेट के मामले में भारत 9 प्रतिशत की दर हासिल करने में सक्षम है, लेकिन फिलहाल वैश्विक हालात को देखते हुए देश को 6.5 से 7 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि (Economic Growth) से संतुष्ट होना चाहिए. यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद (Economic Advisory Council to The Prime Minister) के सदस्य संजीव सान्याल (Sanjeev Sanyal) ने कही है.


उन्होंने एक सम्मलेन में कहा कि भारत निवेश और निर्यात आधारित वृद्धि मॉडल का अनुसरण कर रहा है. वही दूसरी ओर वैश्विक उथल-पुथल के दौर में आरबीआई (RBI) और केंद्र सरकार एक संयमित व्यापक आर्थिक नजरिये पर काम कर रही हैं, जो एक सही कदम है. 


9 फीसदी की वृद्धि दर्ज में सक्षम भारत 


सान्याल ने कहा कि, यह बेहद उथल-पुथल वाला समय है और हम पहले ही 7 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल कर रहे हैं. इस तरह हमने जो व्यवस्था बनाई है, उसकी मदद से एक सामान्य समय में हम 9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करने में सक्षम है. फरवरी में रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था (Global Economy) सप्लाई चेन के संकट से परेशान है. उन्होंने कहा कि भारत ग्लोबल सप्लाई चेन की व्यवस्था में शामिल हो रहा है.


फॉक्सकॉन पर क्या कहा 


PMEAC Member सान्याल ने कहा, ''चीन में फॉक्सकॉन कारखाने में पैदा हुई समस्या के बाद एप्पल की एकमात्र उत्पादन क्षमता भारत में है. हमारे लिए वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में प्रवेश करने का मौका है और हम पहले ही ऐसा कर रहे हैं.''


वर्ल्ड बैंक ने घटाया अनुमान


बता दें कि अभी हाल ही में वर्ल्ड बैंक ने बिगड़ते अंतरराष्ट्रीय हालात का हवाला देते हुए भारत के वृद्धि दर के अनुमान को घटा दिया था. भारतीय अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2022-23 में 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी, जो जून 2022 के अनुमान से 1 प्रतिशत कम है. 


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