Dhanteras 2022 के अवसर पर मूल्‍यवान धातु खरीदने की परंपरा रही है. इस दिन लोग सोने के आभूषण या सिक्‍के आदि खरीदना पसंद करते हैं. अगर आप निवेश के लिहाज से गोल्‍ड क्‍वाइन (Gold Coin) या आभूषण (Gold Ornaments) खरीद रहे हैं तो शायद यह सही निर्णय न हो. हां, अगर इस्‍तेमाल करने के लिए खरीद रहे हैं तो यह आपकी पसंद है. गोल्‍ड के आभूषण या क्‍वाइन जैसी चीजों में सोने की कीमत के अलावा आपको मेकिंग चार्ज भी देना होता है जो कुछ गहनों के मामले में 20 प्रतिशत तक हो सकता है. जब आप इसे बेचने जाएंगे तो मेकिंग चार्ज की भरपाई खरीदार नहीं करेगा. ऐस में निवेश के लिहाज से डिजिटल गोल्‍ड (Digital Gold) एक बेहतर विकल्‍प है. 


डिजिटल गोल्‍ड, सोने में निवेश का एक आभासी (Virtual) तरीका है. इसमें बहुमूल्य धातु आपके हाथ में नहीं होता है पर वह आपके पास और आपका होता है. मोबाइल वॉलेट के जरिए आप एक रुपये तक का निवेश कर सकते हैं. सोना शुद्ध होता है और सुरक्षित तिजोरियों में आपके नाम पर रखा जाता है.


कहां से खरीदें डिजिटल गोल्‍ड?


क्लियर के फाउंडर और सीईओ अर्चित गुप्‍ता कहते हैं कि मोबाइल वॉलेट कंपनी के साथ ऑनलाइन पंजीकरण करके आप डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं. अपने ग्राहक को जानिए (KYC) से संबंधित अपेक्षाओं को पूरा करने के बाद, आप एक विशेष वजन या निश्चित मूल्य का सोना खरीद सकते हैं. इस तरह खरीदे जाने वाले डिजिटल सोने की कीमत का भुगतान डेबिट या क्रेडिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग अकाउंट या मोबाइल वॉलेट के जरिये किया जा सकता है. आप कहीं से और किसी भी समय डिजिटल गोल्ड की यूनिट खरीद सकते हैं और कोलैटरल के रूप में इसका उपयोग कर्ज लेने के लिए भी कर सकते हैं. जब भी आप डिजिटल सोना खरीदते या बेचते हैं तो आपको उस समय का बाजार मूल्य लगता है या मिलता है. बहुत से लोग समय के साथ डिजिटल सोने की इकाइयां (Digital Gold Units) जमा करते हैं और बाद में इसे आभूषण या सिक्कों के रूप में भौतिक सोने से बदल लेते हैं.


Digital Gold की सीमाएं


गुप्‍ता के अनुसार, डिजिटल सोना खरीदने की कुछ सीमाएं भी हैं. अधिकांश ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अधिकतम 2 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है. इसके अलावा, ये अनियमित वित्तीय उत्पाद हैं क्योंकि न तो आरबीआई और न ही सेबी डिजिटल सोने को नियंत्रित करता है. डिजिटल गोल्ड उपलब्‍ध कराने वाले वित्तीय धोखाधड़ी से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वैधानिक ऑडिट करते हैं. हालांकि, डिजिटल गोल्ड प्रदाता रिपोर्ट जमा करने वाले लेखा परीक्षकों की नियुक्ति करते हैं.


गुप्‍ता कहते हैं कि निवेश के उद्देश्य से भौतिक सोने के बजाय डिजिटल सोने का चयन करना चाहिए. सोने की शुद्धता को सरकारी लाइसेंस प्राप्त एजेंसियों द्वारा प्रमाणित किया जाता है, भले ही यह आरबीआई या सेबी द्वारा विनियमित न हो. इसके अलावा, डिजिटल सोने की खरीदारी को तिजोरियों में सुरक्षित रूप से इकट्ठा किया जाता है और भौतिक सोने के विपरीत बीमाकृत किया जाता है, जहां आप बैंक लॉकर शुल्क वहन करते हैं.