Crude Price Latest Update: भारत के लिए बड़ी राहत की खबर है.  अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में बुधवार के ट्रेडिंग सेशन में बड़ी गिरावट आई है. कच्चे तेल के दाम जनवरी 2022 के 8 महीने में पहली बार 85 डॉलर प्रति बैरल के नीचे जा लुढ़का है.  वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड ऑयल की कीमत 85 डॉलर प्रति बैरल के नीचे जा लुढ़का है. फिलहाल WTI क्रूड ऑयल के दाम 83.72 डॉलर प्रति बैरल के नीचे जा लुढ़का है. तो ब्रेंट क्रूड ऑयल के दामों में भी बड़ी गिरावट देखी जा रही है. ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम 90 डॉलर प्रति बैरल के नीचे जा फिसला है. 


क्यों कच्चे तेल के दामों में आई गिरावट 
डॉलर की मजबूती और वैशिविक मांग में कमी के आसार के चलते कच्चे तेल के दामों में गिरावट देखी जा रही है. दरअसल अमेरिकी यूरोप में मंदी और चीन में मांग घटने के आसार के चलते कच्चे तेल के दामों में बड़ी गिरावट आई है. दरअसल यूरोप में एनर्जी क्राइसिस बढ़ता जा रहा है. जिसके चलते वहां मंदी आने का संकट है. तो चीन में फिर से कई शहरों में लॉकडाउन लगा दिया गया है जिससे ईंधन की मांग घट सकती है. जिसके चलते कच्चे तेल के दामों में गिरावट आई है.  माना जा रहा है कि कच्चे तेल के दामों में गिरावट का ये सिलसिला आगे भी जारी रह सकता है. कच्चे तेल के दामों में आई इस गिरावट से भारत को बड़ी राहत मिल सकती है जो अपने खपत का 80 फीसदी के लिए आयात पर निर्भर करता है. 


दामों में गिरावट से भारत को राहत 
कच्चे तेल के दामों में गिरावट में भारत के लिए कई फायदे हैं. सरकारी तेल कंपनियों का नुकसान कम होगा. आम आदमी को महंगे ईंधन से राहत मिल सकेगी. महंगे पेट्रोल डीजल के चलते सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है. लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेजी का हवाला दिया जा रहा था. लेकिन कच्चे तेल के दामों में गिरावट का सिलसिला जारी रहा तो आने वाले फेस्टिव सीजन में लोगों को बड़ी राहत मिल सकती है. कच्चे तेल के दामों में गिरावट से रुपये को भी मजबूती मिलेगी. डॉलर की मांग में कमी आएगी तो रुपया मजबूत होगा. 


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