Credit Suisse UBS Deal: अमेरिका से शुरू हुआ मौजूदा बैंकिंग संकट (Banking Crisis 2023) यूरोप के सबसे पुराने बैंकों में से एक क्रेडिट सुईस (Credit Suisse) को अपना शिकार बना चुका है. करीब एक सप्ताह पहले स्विट्जरलैंड का ही एक अन्य प्रमुख बैंक यूबीएस (UBS) इसे 3.25 बिलियन डॉलर में खरीदने पर सहमत हो गया. अब सौदे को लेकर स्विट्जरलैंड के वित्त मंत्री (Swiss Finance Minister) का बड़ा बयान आया है.


मजबूर हो गई थी स्विस सरकार


ब्लूमबर्ग की एक खबर में स्विट्जरलैंड के वित्त मंत्री Karin Keller-Sutter के हवाले से कहा गया है कि अगर संकट में फंसा क्रेडिट सुईस बैंक नहीं बिकता तो वह बाजार में एक भी दिन नहीं टिक पाता. यही वजह थी कि क्रेडिट सुईस की बिक्री के सौदे को अमलीजामा पहुंचाने के लिए खुद स्विट्जरलैंड की सरकार को दखल देना पड़ गया. वित्त मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार दखल देने के लिए बाध्य हो गई थी.


हो सकता था इतना बुरा हाल


Keller-Sutter ने हाल ही में एक स्विस अखबार को इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने क्रेडिट सुईस संकट और बिक्री के सौदे पर बात की. उन्होंने कहा, अगर सौदा नहीं होता तो क्रेडिट सुईस अगला सोमवार नहीं देख पाता. अगर समाधान नहीं मिला होता तो स्विट्जरलैंड में क्रेडिट सुईस के जरिए किए गए भुगतान में या तो भारी व्यवधान आया होता या फिर लेन-देन पूरी तरह से ठप हो गए होते.


परेशान हो गई कई देशों की सरकार


आपको बता दें कि क्रेडिट सुईस के बैंकिंग संकट में फंसने से न सिर्फ स्विट्जरलैंड बल्कि अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक की सरकारों के कान खड़े हो गए थे. हर कोई जल्दी से जल्दी संकट का समाधान निकालना चाहता था, ताकि मौजूदा बैंकिंग संकट विकराल रूप न ले ले. क्रेडिट सुईस इस बार के बैंकिंग संकट का शिकार होने वाला सबसे बड़ा नाम है. 167 साल पहले शुरू हुए इस बैंक को बैंकिंग की दुनिया में बड़ा प्रतिष्ठित नाम माना जाता रहा था.


यूबीएस ने इस डील के लिए शुरुआत में महज 01 बिलियन डॉलर तक का ऑफर दिया था, जिसे क्रेडिट सुईस ने काफी कम बताया था. अंतत: पिछले रविवार यानी 19 मार्च की शाम तक डील पर बात बन गई थी और यूबीएस ने ऑफर बढ़ा कर 3.25 बिलियन डॉलर कर दिया था.


अभी टला नहीं है बैंकिंग संकट


अमेरिका से शुरू हुआ मौजूदा बैंकिंग संकट (Banking Crisis) विश्लेषकों को 2008 के बैंकिंग संकट की याद दिला रहा है. अमेरिका में सिलिकॉन वैली बैंक, सिग्नेचर बैंक, फर्स्ट रिपब्लिक बैंक, वेस्टर्न पैसिफिक बैंक आदि मौजूदा संकट के शिकार बन चुके हैं. जर्मनी के सबसे बड़े बैंक दोयचे बैंक के ऊपर भी कोलैप्स होने का खतरा मंडरा रहा है. क्रेडिट सुईस का संकट भले ही टल गया हो और स्विट्जरलैंड समेत कई देशों के बैंक नियामकों ने राहत की सांस ली हो, लेकिन मौजूदा बैंकिंग संकट अभी समाप्त नहीं हुआ है.


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