Insurance Policy: देश में कोरोना महामारी ( Covid 19 Pandemic) के फैलने के बाद इंश्योरेंस स्कीमें ( Insurance Schemes) बचत और निवेश ( Saving and Investment) के लिहाज से सबसे बेहतरीन विकल्प बनकर निवेशकों ( Investors)  के लिये उभरे हैं. क्योंकि इसमें निवेशकों को बेहतर रिटर्न के साथ बीमा कवर भी मिल जाता है. हाल ही में एक सर्वें किया गया है जिसके मुताबिक भविष्य के लक्ष्यों को पूरा करने की दृष्टि से इंश्योरेंस प्रोडेक्टस, कम जोखिम ( Low Risks) वाले विश्वसनीय वित्तीय माध्यम हैं. 


बच्चों की शिक्षा के लिये बचत है पहली प्राथमिकता


Ageas Federal Life Insurance and YouGov India द्वारा किए गए ‘फ्यूचर फियरलेस सर्वे’ के मुताबिक, शिक्षा ( Education) के लिए बचत ( Saving) ने अन्य जीवन लक्ष्यों के मुकाबले सबसे पहली प्राथमिकताओं में शामिल हो चुका है. यह सर्वे बच्चों की शिक्षा की प्लानिंग ( Child Education Planning) बनाने में भारतीय माता-पिता की वित्तीय तैयारियों पर महामारी के प्रभाव को समझने के उद्देश्य से किया गया है.  


बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना है लक्ष्य


यह सर्वे ऑनलाइन माध्यम ( Online Medium) से देश के 11 शहरों में किया गया है. सर्वे में 1,333 ऐसे अभिभावकों की राय ली गई जिनके बच्चों की उम्र 10 साल से कम है. सर्वे में पाया गया कि एजुकेशन की बढ़ती लागत को देखते हुये माता-पिता शादी जैसे अन्य लक्ष्यों की बजाय शिक्षा के लिए सेविंग को पहली प्राथमिकता दे रहे हैं. माता-पिता अपने बच्चों को सबसे बेहतर शिक्षा प्रदाऩ करने की ख्वाईश रखते हैं और इसी को ध्यान में रखते हुये अपने फाइनैंशियल लक्ष्य भी तय कर रहे हैं. 


इंश्योरेंस प्लान में निवेश पहली पसंद


सर्वे में शामिल दो-तिहाई अभिभावकों (माता-पिता) ने अपने बच्चों के शैक्षणिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP), मनीबैक प्लान ( Money Bank Plan) और एंडाउमेंट प्लान ( Endowment Plan) जैसे बीमा पॉलिसी ( Insurance Policies)में निवेश किया है. सर्वे में ज्यादातर माता-पिता ने कहा कि वे अपने बच्चे के कॉलेज या उच्च शिक्षा के लिए बचत करना पसंद करेंगे. वहीं 40 प्रतिशत माता-पिता का कहना है कि बच्चों की स्कूली शिक्षा के लिए बचत करना उनकी प्राथमिकता में है. तो ज्यादातर माता-पिता पहले से ही अपने बच्चे की शिक्षा के लिए निवेश करना शुरू कर चुके हैं. 


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